प्रत्येक वर्ष 25 सितंबर को वैश्विक स्तर पर विश्व फार्मासिस्ट दिवस (World Pharmacists’ Day) मनाया जाता है। हमारी दुनिया में फार्मास्युटिकल संस्थानों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। यह दिन वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में विभिन्न संस्थानों की भूमिका को प्रदर्शित करता है।
>> विश्व फार्मासिस्ट दिवस का इतिहास <<
वर्ष 2009 में तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ फार्मेसी एंड फार्मास्युटिकल साइंस की बैठक में 25 सितंबर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया गया। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया, और उसके बाद से यह दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाने लगा। 25 सितंबर की तिथि का चुनाव इसलिए किया गया क्योंकि इसी दिन 1912 में एफआईपी की स्थापना की गई थी। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया के हर कोने में स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने में फार्मासिस्टक की भूमिका को प्रोत्साहिस करना है।
>> विश्व फार्मासिस्ट दिवस का महत्व <<
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया के हर कोने में स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने में फार्मासिस्टक की भूमिका को प्रोत्साहिस करना है। एक फार्मेसिस्ट लोगों की स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अपने सभी कर्तव्यों का पालन करता है जिसमें, दवा की सही पहचान, उसकी रीस्टॉकिंग, दवाओं की समाप्ति तिथि और उनकी उपलब्धता आदि शामिल होते हैं। ताकि किसी भी प्रकार से किसी व्यक्ति के स्वास्थय पर उसका कोई गलत प्रभाव न पड़े। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही एफआईपी ने सभी फार्मासिस्ट को सम्मानित करने के लिए इस दिन को मनाने का समर्थन किया।
>> विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2024 की थीम <<
इस वर्ष की विश्व फार्मासिस्ट दिवस की थीम “फार्मासिस्ट: वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करना” है। बता दें कि विश्व फार्मासिस्ट दिवस का आयोजन इस संगठन के सदस्यों द्वारा किया जाता है। यह समारोह विभिन्न रूपों में मनाया जाता है, जैसे कि कॉन्फ्रेंस, सेमिनार, चेकअप कैंप, और जागरूकता प्रचार कार्यक्रम किए जाते हैं।