नई दिल्ली: दुनिया में कई शादियां ऐसी हुई हैं, जो अलग-अलग वजहों से सुर्खियों में रही हैं. कुछ अपनी भव्यता के लिए, तो कुछ सादगी के लिए, तो कुछ हद से ज्यादा शाही खर्चे के लिए. वहीं कुछ ऐसे भी विवाह समारोह होते हैं, जो इन सब से अलग अपने अनोखे रस्म और रिवाज के लिए जानें जाते हैं. इन सब से अलग एक ऐसी भी शादी हुई, अपने असमान्यता के लिए जाना जाता है. ये शादी जमैका के एक रिसोर्ट में हुई थी. इस शादी में सभी लोग बिना कपड़ों के पहुंचे थे. यहां तक की दूल्हा और दुल्हन के शरीर पर भी कोई कपड़ा नहीं था।
इस शादी की सबसे बड़ी अनोखी बात तो यह थी कि यहां किसी एक जोड़े ने शादी नहीं की थी. इस वेडिंग सेरेमनी में 29 जोड़ों का विवाह हुआ था और सभी ने बिना कपड़े शादी की सारी रस्में निभाईं थी. यह कोई मजाक नहीं है. ऐसा 2003 में हुआ था. सभी दूल्हे और दुल्हन पूरी तरह से बिना कपड़ों के थे. जमैका के द्वीप राष्ट्र में रनवे बे, सेंट एन में हेडोनिज्म III रिज़ॉर्ट में यह कार्यक्रम हुआ था. उस समय इस शादी ने काफी सुर्खियां बटोरी थी. यह शादी 2003 में वैलेंटाइन डे के मौके पर संपन्न हुआ था. होटल के पास समुद्र तट पर लॉन में आयोजित एक घंटे लंबे समारोह में सभी जोड़े नैकेड थे।
इस शादी समारोह में भाग लेने वाले जोड़े अलग-अलग देश और अलग-अलग पेशे के थे. भारी उपकरण ऑपरेटर से लेकर विज्ञापन कार्यकारी, वेल्डर से लेकर किंडरगार्टन शिक्षक तक थे. इनमें एक रूसी, एक क्रो जनजाति से, एक मूल अमेरिकी और एक कनाडाई नागरिक भी शामिल थे. फ्लोरिडा के यूनिवर्सल लाइफ चर्च के रेवरेंड फ्रैंक सर्वासियो ने संयुक्त विवाह की रस्में निभाईं. सबसे बड़ी बात कि इस रिसोर्ट में इससे पहले भी इस तरह के विवाह हुए थे और ये इसी काम के लिए विख्यात है. लेकिन, 2003 में जो नैकेड मैरेज हुए वो इसलिए खास रहा क्योंकि ये मास नैकेड मैरेज था. रेवरेंड फ्रैंक सर्वासियो पिछले तीन सालों में रिसॉर्ट में आयोजित ऐसी सभी शादियों के लिए रस्म निभाए थे. 2003 में हुई शादी रिकॉर्ड तोड़ने वाली थी. इससे पहले के दो सालों में हर साल लगभग एक दर्जन जोड़े शादी करते थे. इस समारोह में एक दुल्हन की 18 वर्षीय बेटी और उसके बॉयफ्रेंड ने शादी में शामिल होने का फैसला किया और वे समारोह में आंखों पर पट्टी बांधकर शामिल हुए थे. हालांकि दूल्हे के परिवार के अधिकांश लोगों ने शादी के लिए जगह का चुनाव निश्चित रूप से अजीब माना था.यह ग्रुप नैकेड मैरेज आज भी कहीं भी आयोजित की गई ऐसी शादियों में सबसे अनोखी और असामान्य थी।