चंडीगढ़। अपने छोटे से जीवन काल में पंजाबी संगीत में बड़ा नाम कमाने वाले गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पंजाब पुलिस ने बड़ा खुलास किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अंकित सेरसा और उसके दोस्त सचिन भिवानी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि 19 साल के अंकित ने ही मूसेवाला को करीब से गोली मारी थी। पुलिस के अनुसार, अंकित का यह पहला मर्डर है। उसने दोनों हाथों से गोलियां चलाई थीं। अंकित राजस्थान में हत्या के प्रयास के दो अन्य जघन्य मामलों में भी शामिल था। लेकिन मर्डर उसने पहली ही बार किया था। अंकित लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है। जानकारी के अनुसार, वह केवल नौवीं पास है।
गुजरात में छिपे थे हत्यारे
अंकित सेरसा मूसेवाला की हत्या के बाद आरोपी प्रियव्रत फौजी के साथ उसकी गाड़ी में ही सवार था। पुलिस के अनुसार, दोनों सात जून को गुजरात के कच्छ में छिपे थे। अंकित हरियाणा केसोनीपत के गांव सेरसा का रहने वाला है। अंकित के साथ पकड़ा गया दूसरा आरोपी सचिन भिवानी मूसेवाला मामले के चार शूटरों को पनाह देने के लिए जिम्मेदार था। राजस्थान के चुरू के एक जघन्य मामले में भी सचिन भिवानी वांटेड चल रहा था। सचिन भिवानी राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की सारी गतिविधियों को संभालने वाला मुख्य शख्स था।
दो मोबाइल हैंडसेट भी बरामद हुए
आरोपियों से 9 एमएम बोर की एक पिस्टल, 10 कारतूस, 2.30 एमएम बोर की एक पिस्टल, 9 कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अलावा पंजाब पुलिस की तीन वर्दी, एक डोंगल और सिम के साथ दो मोबाइल हैंडसेट भी बरामद हुए हैं। गायक मूसेवाला की हत्या के लिए एके-47 यूपी के बुलंदशहर से खरीदी गई थी। इस हत्याकांड की जांच कर रही एजेंसियों को यह जानकारी पूछताछ के आधार पर मिली है। लॉरेंस ने यूपी के हथियार सप्लायर कुर्बान-इमरान गैंग की जानकारी देते हुए जांच अधिकारियों को बताया है कि उसका गैंग अक्सर इस गैंग से ही हथियार खरीदता रहा है। मालूम हो कि 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मानसा जिले में ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम आया था।