जमशेदपुर : जमशेदपुर में दुर्गोत्सव आयोजन में पंडालों के बाहर पार्किंग शुल्क वसूलने की छूट संबंधित प्रशासनिक सहमति का विरोध शुरू हो गया है। इस बाबत् महानगर भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने पार्किंग शुल्क वसूलने के निर्णय को अप्रासंगिक बताते हुए कड़ा ऐतराज जताया है। इस निर्णय की आलोचना करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री से संज्ञान लेने तथा जिला प्रशासन से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। सोमवार को अपने ट्विटर हैंडल के जरिये भाजपा नेता ने संबंधित मामले को उठाया है वहीं जिला स्तरीय दुर्गा पूजा समन्वय समितियों की रहस्यमयी चुप्पी पर भी सवाल खड़े किये है।
पूर्व महानगर भाजपा प्रवक्ता ने कहा की पार्किंग शुल्क लागू करने से जगह जगह पूजा समितियों और दर्शनार्थियों के मध्य टकराव के मामले सामने आयेंगे। इससे अनावश्यक विवाद बढ़ेंगे। भाजपा नेता ने कहा की शहर में दुर्गोत्सव में अबतक निःशुल्क पार्किंग व्यवस्था की परंपरा रही है। इस साल प्रशासन के अस्पष्ट निर्णय से असमंजस की स्थिति बन रही है। अंकित आनंद ने अपनी ट्वीट में चिंता व्यक्त किया है की शहर में 300 से अधिक लाईसेंसी पूजा पंडाल हैं, ऐसे में सभी जगह पार्किंग शुल्क देने होंगे या नहीं इसकी चिंता कौन करेगा? मध्यम वर्गीय एवं वित्तीय रूप से कमज़ोर श्रद्धालुओं की जेब पर पार्किंग शुल्क का अनावश्यक बोझ डालने से बचना चाहिये।
कहा की दुर्गोत्सव का आयोजन उपासना विधि है, इसे कमाई का माध्यम बनाना अनुचित होगा। इस अप्रासंगिक निर्णय से पूजा के दौरान वसूली के नये ट्रेंड को प्रोत्साहन मिलेगी। भाजपा नेता ने मांग किया की जिला प्रशासन एवं जिला स्तरीय पूजा समन्वय समितियाँ जिम्मेदार बनें और श्रद्धालुओं के हित में निःशुल्क पार्किंग व्यवस्था की घोषणा करे। अंकित आनंद ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और हिंदूवादी संगठनों सहित पूजा कमिटि को फ्री पार्किंग की माँग के लिए मुखर होने का आग्रह किया है।