जमशेदपुर : झारखण्ड में आदिवासी जागरूकता विकास कार्यक्रम के द्वारा गम्भीर विषय जैसी “आदिवासी पलायन”, “बाल उम्र में विवाह”, शिक्षा का आभाव जैसी विषय को फिल्म के रूप में दर्शाया जाए, जिससे की झारखण्ड की सस्कृति बनी रहे और युवा पीढ़ी के कलाकार को अपनी हुनर प्रस्तुत करने का मौक़ा मिले बबलू राज ने इस बात का साझा अजय कुमार एवम शुभम सिन्हा को किए, ताकि युवा कलाकार को झारखण्ड राज्य में जगह मिले जोकि दुसरे प्रदेश से आय कलाकार झारखण्ड के प्रतिभाशील कलाकार का शोषण करते हैं एवम उनके प्रतिभा का दामन करने का काम करते हैं अजय कुमार ने बोला की हम झारखंड के कलाकार के साथ खरे हैं और सरकार के समक्ष या प्रस्ताव रखेंगे की हफ़्ता की आखिरी 7 वा दिन झारखण्ड कलाकार की फिल्म पर्दे पे लगे जिससे झारखंड के कलाकारों का हौसला अफजाई होगा।
श्री सिन्हा ने कहा कि बबलू राज ms untold story, Ghayal one’s again, वसन जैसी मशुर फिल्म दिया जिसके चलते उन्हें नैशनल अवॉर्ड भी मिली हैं लेकिन इसके बावजूद आज झारखंड के कलाकार उभर नही रहे हैं क्योंकि उनके ऊपर आज कन्ही की नज़र नही हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि अगर नुक्कड़ नाटक के द्वारा आदिवासी जागरूकता विकास कार्यक्रम संचालित होगा तो इससे झारखण्ड में जागरुकता पैदा होगी और इन कलाकार को जगह मिलेगी।
बबलू राज ने श्री सिन्हा से पूरे झारखंड के 15 लाख जिनमें 28000 पूर्वी सिंहभुम के कलाकार हैं उनकी नेतृत्व करने की बात रखी ताकि दूसरे प्रदेश से आह फिल्म जगत के लोग झारखंड कलाकार का शोषण नह कर पाएं और झारखंड मातृ संस्कृति बरकार रहे।