जमशेदपुर : वन विभाग ने गोकुल नगर, मिर्जाडीह समेत अन्य इलाके में क़रीब 350 घरों को तोड़ने का आदेश दिया है. बताया गया कि इको सेंसिटिव जोन है, इसी वजह से यह कार्रवाई की जा रही है. अब सवाल यह है कि क्या कार्रवाई सिर्फ क्षेत्र के ग़रीबों के लिए ही है. इसी क्षेत्र में कई अमीरों के घर, बड़े-बड़े होटल, व्यवसायिक प्रतिष्ठान कई अन्य स्थायी स्ट्रक्चर बना हुआ है।
लेकिन, इनके लिए विभाग ने आंखों पर पट्टी बाँध लिया है. अमीर आगे बढ़े, व्यापार करें किसी को कोई दिक़्क़त नहीं. लेकिन सिर्फ़ चुन-चुन कर ग़रीबों के घरों को तोड़ना कहाँ का न्याय है साहब ! क्रूरता की बानगी को भी वन विभाग ने पार कर दिया. संवेदनहीनता की भी एक सीमा होती है, हद तो तब हो गई कि वन विभाग ने मानसून की भारी बारिश के बीच भी बुलडोजर से घरों को तोड़ दिया. ये नहीं चलेगा. माननीय विधायक सरयू राय के निर्देश पर इस मुद्दे पर आंदोलन किया जाएगा. विधायक प्रतिनिधि पप्पू सिंह द्वारा इस मुद्दे पर जनआंदोलन किया जाएगा. रविवार को क्षेत्र का दौरा कर लोगों के दुख-दर्द को जाना. लोगों में वन विभाग के प्रति काफ़ी आक्रोश देखा गया. इस मौके पर जदयू नेता भवानी सिंह, वीरू सिंह, वैभव सिंह, राजा शेख और विभाजित संख्या में बस्तीवासी उपस्थित है।
