जमशेदपुर : जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार साप्ताहिक विवेक के पूर्व संपादक पद्मश्री रमेश पतंगे ने ’15 अक्टूबर को राष्ट्रीय समाचार पत्र विक्रेता दिवस घोषित किया जाए’ की मांग पर अपना समर्थन जताया है। 15 अक्टूबर को भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. अब्दुल कलाम का जन्मदिन है। डॉ. अब्दुल कलाम ने अपने स्कूली जीवन के दौरान एक समाचार पत्र विक्रेता के रूप में काम किया था।
और तो और विद्वता के बल पर उन्होंने न केवल भारत की परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में शानदार काम किया, बल्कि डॉ. अब्दुल कलाम आगे चलकर भारत के राष्ट्रपति और दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के राष्ट्रपती बने। डॉ. अब्दुल कलाम का जीवन इस देश के प्रत्येक समाचार पत्र विक्रेता और वितरण कार्यकर्ता के लिए एक प्रेरणा है और इसलिए भारत सरकार को डॉ. अब्दुल कलाम की जयंती 15 अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय समाचार पत्र विक्रेता दिवस’ के रूप में घोषित करना चाहिए।
यह मांग ऑल इंडिया न्यूजपेपर डिस्ट्रीब्यूशन असोसिएशन के सचिव श्री दत्ता घाडगे ने की है. मा.रमेश पतंगे ने इस मांग का समर्थन किया है और वर्तमान केंद्र सरकार को समाचार पत्र विक्रेताओं की इस मांग पर अमल करने के लिये कोशिश करने का आश्वासन दिया है.
नरेंद्र मोदी कैबिनेट में सूचना एवं प्रसारण मंत्री मा.श्री अश्विनी वैष्णव के नाम से तैयार एक ज्ञापन पद्मश्री रमेश पतंगे को सौंपा गया है. रमेश पतंगे भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य हैं और उन्होंने पचास से अधिक किताबें लिखी और संपादित की हैं। झारखंड प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर मुकेश सिंह ने इस संदर्भ में अपनी राय व्यक्त की है कि यह मांग बहुत उचित हैं और इसे केंद्र सरकार को जल्दी मंजूर करना चाहिए| इस मांग का पत्र देते हुए श्री दीपक गवली घाटकोपर ,प्रदीप बिडलान ठाणे और विवेक इसामे ठाणे के पदाधिकारी उपस्थित थे।