जमशेदपुर : सनातन सेवा ट्रस्ट, जो समाजसेवा और सनातन धर्म की उन्नति के लिए सतत प्रयासरत है, ने परडीह कालीबाड़ी के महंत विद्यानंद सरस्वती जी के निर्देश पर प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में अपनी सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस पहल के तहत ट्रस्ट ने 50 कंबलों का योगदान दिया है, जो महाकुंभ में सेवा शिविर के लिए उपयोग किए जाएंगे।
महाकुंभ, जो कि भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का एक अभूतपूर्व पर्व है, प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधाओं और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करना एक बड़ी चुनौती होती है। इस संदर्भ में सनातन सेवा ट्रस्ट ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए यह महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
महंत विद्यानंद सरस्वती ने इस अवसर पर कहा, “महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और मानव सेवा का संगम है। सनातन सेवा ट्रस्ट द्वारा दिया गया यह योगदान न केवल श्रद्धालुओं की सहायता करेगा, बल्कि समाज में सेवा और परोपकार की भावना को भी प्रेरित करेगा।”
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रतिनिधि सोनू ठाकुर ने कहा, “सनातन सेवा ट्रस्ट का उद्देश्य केवल धार्मिक कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग के प्रति सेवा भावना को आगे बढ़ाना है। महाकुंभ में हमारा यह योगदान, श्रद्धालुओं की कठिनाइयों को कम करने का एक छोटा सा प्रयास है। हम मानते हैं कि सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। भविष्य में भी हम इसी तरह सेवा कार्यों में सक्रिय रहेंगे।”
इस सेवा कार्य हेतु ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य डॉ राजीव कुमार, वीर सिंह, समाजसेवी वेद प्रकाश उपाध्याय, सागर राय, रिंटू उपस्थित थे।