झारखंड की मुख्यमंत्री माइयां सम्मान योजना चुनावों के बाद भी जारी रहेगी। इस मामले पर कल्पना सोरेन ने साफ करते हुए कहा कि भाजपा से जुड़े लोगों ने इस योजना के खिलाफ कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
जमशेदपुर : झारखंड विधानसभा चुनावों की आहट मिलना शुरू हो गई है। आने वाले कुछ दिनों में चुनाव आयोग इसकी तारीखों का ऐलान भी करने वाला है। ऐसे में प्रदेश की सत्ता में बैठी पार्टी और विपक्षी पार्टी भाजपा के बीच तकरार जारी है। चुनावी सुगबुगाहट के बीच झारखंड में एक सवाल सामने आया कि क्या हेमंत सोरेन सरकार की मुख्यमंत्री माइयां सम्मान योजना सिर्फ एक चुनावी स्टंट है और चुनावों के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा? इस मामले पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन ने सबकुछ साफ कर दिया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा है।
शुक्रवार को कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री माइयां सम्मान योजना यात्रा के लिए पूर्वी सिंहभूम जिले में थीं। यहां विपक्षी पार्टियों खासकर भारतीय जनता पार्टी पर उन्होंने तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री माइयां योजना के भविष्य को लेकर भ्रम फैला रही है, वो सही नहीं है। कल्पना ने कहा कि माइयां सम्मान योजना चुनाव के बाद भी बिना रोकटोक के चलती रहेगी।
पूर्वी सिंहभूम की यात्रा के दौरान जेएमएम नेता कल्पना सोरेन ने कहा कि झारखंड बनने के बाद से पहली बार हुआ है, जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 18-50 साल की महिलाओं के लिए यह योजना शुरू की है, जिसमें प्रदेश की आधी से ज्यादा महिला आबादी को 1 हजार रुपए महीने दिया जा रहा है। इस दौरान कल्पना सोरेन भाजपा पर आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह दावा गलत है कि चुनाव के बाद यह योजना बंद हो जाएगी। कल्पना का कहना है कि चुनावों के बाद भी यह योजना निरंतर चलती रहेगी।
यात्रा के दौरान कल्पना सोरेन ने भाजपा पर बहुत बड़ा आरोप लगाया है। कल्पना का कहना है कि भाजपा से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री माइयां सम्मान योजना को बंद करने के लिए कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए महिलाओं को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री माइयां सम्मान योजना चुनावों के बाद भी चलती रहेगी और महिलाओं को इसका लाभी मिलता रहेगा। यात्रा के दौरान कल्पना सोरेन ने हेमंत सोरेन सरकार के लिए महिलाओं से समर्थन की भी मांग की।