◆ श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के समय रविवार को राम मंदिर में ग्यारह पंडित करेंगे विशेष शंखनाद।
जमशेदपुर। 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसको लेकर पूरे भारतवर्ष समेत जमशेदपुर का माहौल राममय हो चुका है। एक ओर जहां अयोध्याधाम में दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं। तो वहीं, लौहनगरी जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित सूर्यधाम के राम मंदिर में रविवार को बड़ी संख्या में मिथिला समाज की महिलाएं मिथिला की धीया माता सीता एवं प्रभु श्रीराम के लिए उपहार लेकर पहुंची। इस दौरान शहर के विभिन्न क्षेत्रों के मिथिला समाज की महिलाएं सिर पर भार एवं मिठाई रखकर पारंपरिक गाते हुए मंदिर तक पहुंची। जहां सूर्य मंदिर समिति के पदाधिकारी समेत मंदिर समिति के सदस्यों ने मिथिला समाज की महिलाओं का पूरे रीति रिवाज से स्वागत किया। इस दौरान उपहार में अंग वस्त्र, फल, मिठाई, घरों में प्रयुक्त होने वाले बर्तन, कुर्ता, पीली धोती, श्रृंगार के सामान, लाल चुनरी, साड़ी, गमछा, खड़ाऊं एवं प्रभु राम, माता सीता एवं लक्षमण के पूरे कपड़े भेंट किये गए। इस दौरान मिथिला समाज की महिलाओं ने मिथिला के पारंपरिक चुमावन एवं गाली गीत गाये और इसका आनंद लिया। इसके पश्चात मंदिर में श्री राम दरबार की विधिवत आरती की गई। वहीं, श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
इस अवसर पर सूर्य मंदिर समिति के महासचिव अखिलेश चौधरी बताया कि प्रभु श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सूर्य मंदिर प्रांगण में रामभक्तों का उत्साह चरम पर है। भगवान राम की ससुराल मिथिला मानी जाती है। शुभ काम में ससुराल से मिठाई और अंगवस्त्र लेकर आने की परंपरा सदियों से रही है। ऐसे में जब राम जी का गृह प्रवेश हो रहा हो तब जमशेदपुर के मिथिलावासी भी उत्साह और उमंग से भरे हैं। उन्होंने बताया कि सूर्य मंदिर परिसर के राम मंदिर में सोमवार को दिन भर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किये जायेंगे। सुबह में विशेष पूजन, रामरक्षा स्तोत्र का पाठ एवं दोपहर में हवन, आरती, शंखनाद, प्रसाद वितरण होगा। संध्या 3 बजे से संगीतमय रामचरितमानस सुंदरकांड का पाठ, महाआरती, दीपोत्सव, भव्य आतिशबाजी के साथ श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया जाएगा। बताया कि मंदिर परिसर में आकर्षक विधुत सज्जा एवं पुष्पसज्जा की गई है।
वहीं, मिथिला समाज की महिला ममता झा ने बताया कि मिथिला की परम्परा है कि बेटी के ससुराल में कोई नया निर्माण होता है तो मायके से भार जाता है, रामलला अपने दिव्य भवन में विराजमान हो रहे हैं। इस सुअवसर पर उनके ससुराल ने इस परम्परा का निर्वहन किया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह राजा, शैलेश गुप्ता, मंत्री शशिकांत सिंह, रूबी झा, बंटी अग्रवाल, कंचन दत्ता, प्रेम झा एवं प्रमोद मिश्रा ने मिथिला से आये उपहार भेंट का स्वागत कर सहर्ष स्वीकार किया। इस आयोजन में ममता झा, रेणु झा समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।