जमशेदपुर : गोबिंदपुर क्षत्रिय संघ इकाई का परिवारिक मिलन समारोह में विधायक को मुख्य अतिथि बनाने और उसके खिलाफत कर रहे क्षत्रिय समाज के अग्रज कन्हैया सिंह का समर्थन करते है और यह सवाल करते है गोबिंदपुर इकाई के अध्यक्ष श्याम किशोर सिंह से कि दिन 31 दिसंबर को गोविंदपुर का क्षत्रीय समाज का एक 19 वर्षीय बेटा का सड़क दुर्घटना में म्रत्यु होती है और गोविंदपुर इकाई क्षत्रीय संघ वनभोज करती है इससे बड़ी शर्मनाक क्या हैं. पीड़ित क्षत्रिय परिवार को सांत्वना देने किसी भी बड़े पदाधिकारी को उनके घर नहीं ले जाना गोबिंदपुर क्षत्रिय इकाई की मानसिकता झलक रही है कि कैसे अपने राजनीतिक आका को खुश करने के लिए इस तरह के वनभोज आयोजित की गई है और उस वनभोज मे क्षत्रीय समाज से ज्यादा दूसरे समाज का भीड़ इकट्ठा कर केन्द्रीय पदाधिकारियों को भी गुमराह किया जाता है जो बेहद शर्मनाक है साथ ही बेहद ही गरीब परिवार का लड़का प्रिंस सिंह का भी सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गया था जिसमें किसी भी क्षत्रिय परिवार का द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया बल्कि इसके विपरीत सनातन उत्सव समिति उस पीड़ित परिवार को 51 हजार का सहयोग दे उसके हर दुख में साथ खड़ी रही।
क्षत्रिय समाज गोविंदपुर इकाई को गोबिंदपुर मे वास करने वाले समाज के अध्यापक अशोक सिंह को जिनको राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है उन्हें सम्मानित किया जाता तो समाज गौरवान्वित होता लेकिन कार्यक्रम मे नहीं बुलाकर उन्हें भी अपमानित किया गया है और कन्हैया सिंह जैसे सामाजिक और राजनीतिक व्यक्तित्व के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाना हास्यापद है. कन्हैया सिंह क्षत्रिय कुल में जन्म लिए है उनके परिवार का योगदान इतिहास के पन्नो में भी अंकित है. हम बड़े भाई श्याम किशोर जी से पूछना चाहता हूं कि आप जब से अध्यक्ष बने है तब से आज तक कितना सामाजिक कार्य किए है कितने बार रक्त दान शिविर लगाए हैं गोविंदपुर के कितने क्षत्रीय समाज के लोगों के सुख दुख मे खड़ा हुए है।
आप सिर्फ साल मे एक बार वनभोज करते है श्री विर सिंह ने तीखे सवाल करते हुए कहा कि समाज को वैसे लोग कमजोर करते है जो क्षणिक लाभ के लिए परिवारिक समारोह करते है और अपनी राजनीतिक , या व्यतिगत महत्वकांक्षा पूर्ण करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है।
हम केन्द्रीय अध्यक्ष बड़े भईया शम्भु सिंह एवं संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह जी से आग्रह करते हैं कि ऐसे व्यक्ति को अविलम्ब अध्यक्ष पद से विरमित कर गोविंदपुर के क्षत्रीय समाज के वरिष्ठ लोगों की आम सहमती से वैसे अध्यक्ष का चुनाव करें जो समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करे और जातीय समाज को मजबूत करने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करे।