जमशेदपुर : कोल्हान मिथिला समाज के तत्वाधान में विभिन्न मैथिल संस्थाओं के प्रतिनिधिमंडल द्वारा झारखंड राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से मिलकर उन्हे राज्य में मैथिली भाषा को नियोजन नीति में शामिल करने के मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया एवम शिक्षा मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री को भी एक ज्ञापन दिया गया। शिक्षा मंत्री को अवगत कराया गया कि मैथिली राज्य की द्वितीय भाषा एवं भारत सरकार की आठवीं अनुसूची में भी शामिल है।
जिसकी अपनी स्वतंत्र लिपि तिरहुत है और राज्य में मिधिला भाषी लगभग 30 लाख की आबादी है। संथाल परगना से लेकर देवघर, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, रांची एवं विभिन्न जिलों में भाषा का प्रयोग किया जाता है परंतु इसे नियोजन नीति में स्थान नहीं मिलना समाज की स्मिता से जोड़ा जाता है। शिक्षा मंत्री द्वारा आश्वासन प्राप्त हुआ कि इस विषय को गंभीरता से देखेंगे और इसे विधानसभा के पटल पर रखने का प्रयास करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में पंडित विपिन झा, शिव चंद्र झा, पंकज रॉय, अनिल झा (आदित्यपुर), अमर झा, मिथिलेश झा, संजीव झा, नवीन झा, मुन्ना पांडे, संतोष पांडे, विशेश्वर पांडे जी इत्यादि उपस्थित थे।
