जमशेदपुर : झारखंड प्रादेशिक अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप मुरारका ने दोमुहानी संगम के उदघाटन पर मंत्री बन्ना गुप्ता को बधाईयां देते हुए कहा कि दोमुहानी संगम घाट के विकास का पहला चरण पूर्ण कर उन्होंने जमशेदपुर की जनता को एक यादगार उपहार सौंपा है. यह द्वार रोजगार एवं पर्यटन की संभावनाओं के कई नए मार्ग खोलेगा. साथ ही जमशेदपुर की एक अमूर्त धरोहर बनेगा।
संदीप ने कहा कि अमूमन विधायकों की प्राथमिकता होती है सड़क, नाली, सामुदायिक भवन का निर्माण, हाईमास्क लाईट का प्रतिष्ठापन, एम्बुलेंस जैसी अन्य आवश्यक सेवाओं का संचालन इत्यादि करना. देश भर में लगभग 4123 विधायक हैं.ऐसे बहुत कम विधायक होंगे जो अपने 5 वर्षीय लंबे कार्यकाल में अपने विधानसभा क्षेत्र में एक भी उल्लेखनीय कार्य कर पाएं, जिससे जनता उनको याद रख सके।
किंतु जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के युवा विधायक बन्ना गुप्ता ने “दोमुहानी संगम द्वार” के निर्माण से ना केवल शहर को स्मारकीय परियोजना के रुप में एक उपहार प्रदान किया है. बल्कि इस संगम को रिवर फ्रंट विकास परियोजना की तर्ज पर विकसित करने का द्वार खोल दिया है।
दोमुहानी के नाम से विख्यात सोनारी का यह स्वर्णरेखा – खरकाई नदी का संगम किसी के लिए प्राचीन टुसु घाट है तो किसी के लिए पवित्र छठ घाट, किसी के लिए धार्मिक अनुष्ठान का स्थान है, तो किसी के लिए सुबह शाम टहलने की जगह. यहां एक आकर्षक द्वार का निर्माण करवाना बन्ना गुप्ता की दूरदर्शी सोच का पहला चरण है. उनका लक्ष्य है कि आने वाले वर्षो में यह संगम राज्य स्तरीय पर्यटन स्थल के रुप में विकसित हो. यह द्वार स्थानीय युवाओं के रोजगार के कई मार्ग प्रशस्त करेगा. बन्ना गुप्ता की भावी योजनाओं के अनुसार यहां खूबसूरत उद्यान का निर्माण किया जायेगा. यहां से लेकर डोबो ब्रिज के मध्य एक पार्किंग स्थल विकसित किया जाएगा. उनकी महत्वाकांक्षा है कि जमशेदपुरवासी सालों भर संगम से जुड़े रहें. इसके लिए यहां फूड कोर्ट विकसित करने की परियोजना पर कार्य किया जाएगा. यहां शाम को विश्व स्तरीय लाइनर फाउंटेन शो प्रारंभ हो सके, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे. कम से कम दो किलोमीटर क्षेत्र में फव्वारा स्थापित किए जाएं. संगम का विकास इस तर्ज पर हो कि उसका उपयोग स्थानीय भाषाओं में बनने वाली फिल्म की शूटिंग से लेकर ओपन थिएटर के रुप में किया जा सके. दस दस मीटर व्यास के विभिन्न थीम मंचों का निर्माण हो. सड़क के किनारे झारखंड के प्रसिद्ध तीर्थ व ऐतिहासिक स्थलों की प्रतिकृतियां स्थापित करने की परियोजना है. बैठने के लिए गोल खभों पर आकर्षक छतरियों का निर्माण किया जाएगा. नदी के तट पर स्टील की जेटी बनाने की संभावनाओं पर विशेषज्ञों से राय ली जाएगी।
बन्ना गुप्ता की सोच है कि वे जमशेदपुर में पैदा हुए, यहीं खेल कूद कर बड़े हुए. यहां की जनता ने उन पर भरोसा कर दो बार विधायक बनाया. उन्होंने भी अपने दोनों कार्यकाल में यथासंभव व यथाशक्ति लोगों के कार्य किए हैं. आगामी कार्यकाल में अन्य कार्य योजनाओं के साथ साथ उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी कि वे सोनारी दोमुहानी संगम को वैश्विक मापदंडो पर विकसित कर सकें.धार्मिक रीति रीवाज एवं परंपरागत आयोजनों के अलावा स्थानीय जनता प्रतिदिन सुबह शाम यहां टहलने आए. बाहर से आए हुए पर्यटक के घूमने की सूचि में जुबली पार्क के साथ साथ दोमुहानी संगम द्वार का भी नाम अंकित हो. स्थानीय युवाओं के लिए यह द्वार रोजगार का साधन बने. यह द्वार हस्तनिर्मित वस्तुएं, हस्तशिल्प, स्थानीय कलाओं के प्रसार का माध्यम बने. संदीप मुरारका ने इस द्वार निर्माण से जुड़े सभी कार्यकर्त्ताओं, संवेदक, एजेंसीयों, कामगारों को भी अपनी बधाईयां प्रेषित की।