जमशेदपुर : भाजपा युवा नेता एवं सनातन उत्सव समिति के संस्थापक चिंटू सिंह का फेक फेसबुक एकाउंट से दुष्प्रचार करने के मामले में जमशेदपुर साईबर थाना ने प्राथमिकी दर्ज किया है. फेसबुक इंडिया की ओर से प्राप्त रिपोर्ट के बाद अज्ञात संचालक के विरुद्ध यह एफआईआर दर्ज की गई है. बीते 16 मार्च को मामले में भाजपा नेता चिंटू सिंह ने साईबर थाना में लिखित इत्तिला दिया था. साईबर थाना के अनुरोध पर फेसबुक इंडिया ने बीते 04 मई को जमशेदपुर पुलिस को स्वाति सिंह देव नामक कथित महिला की फेक एकाउंट की आईपी एड्रेस, लॉग इन विवरण सहित अन्य तकनीकी जानकारियों का रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई करने की अनुशंसा की है. फेसबुक इंडिया के उक्त रिपोर्ट के बाद जमशेदपुर साईबर थाना ने “स्वाति सिंह देव” नाम की अज्ञात फेक एकाउंट के विरुद्ध आईपीसी की धारा 504 एवं आईटी एक्ट की धारा 66E के अंतर्गत कांड संख्या 61/2024 दर्ज की गयी है. लोकेशन एवं आईपी एड्रेस के आधार पर जमशेदपुर पुलिस की तकनीकी शाखा एवं साईबर पुलिस ने अज्ञात की खोजबीन शुरू कर दी है. मालूम हो कि एक कथित महिला स्वाति सिंह देव के नाम से फेक एकाउंट बनाकर चिंटू सिंह के राजनीतिक विरोधियों ने उनको को निशाने पर लिया था और उनके विरुद्ध अपुष्ट, भ्रामक एवं झूठे बेबुनियाद आरोप लगाकर पोस्ट किये जा रहे थें. मामले में चिंता जाहिर करते हुए बीजेपी युवा नेता चिंटू सिंह ने विगत 16 मार्च को भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा सहित भाजयूमो के वरीय नेताओं को प्रकरण की सूचना देने के बाद साईबर थाना ने शिकायत दर्ज कराया था. जाँच रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर दर्ज हुई है. इधर चिंटू सिंह ने बताया कि भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष पद की दावेदारी के बाद से ही राजनीतिक विरोधियों ने मनगढंत दुष्प्रचार शुरू कर दिया था. उन्हें रेपिस्ट, खालिस्तानी तक लिखा गया जबकि समाज में उनकी सक्रियता एवं समाज उपयोगी कार्य सर्वविदित हैं. चिंटू सिंह ने बताया कि साईबर थाना 30 ऐसे अन्य फेक फेसबुक एवं ट्विटर एकाउंट के विरुद्ध भी जाँच में जुटी है जो उनके एवं भाजपा नेताओं के बारे में भ्रामक दुष्प्रचार करते हैं. इधर एक और मामले में चिंटू सिंह की शिकायतवाद के बाद जातिसूचक कमेंट करने वाले गोविंदपुर निवासी अमरेंद्र प्रताप सिंह, आदित्यपुर के आरुष कश्यप सहित अन्य के विरुद्ध साईबर थाना ने एक अन्य इत्तिला भी दर्ज है जिसमें आरोपियों ने चिंटू सिंह को खालिस्तानी एवं जातिसूचक शब्द लिखकर समाज में जातिगत विद्वेष फैलाने का प्रयास किया है. मामले में जमशेदपुर एसएसपी के निर्देश के बाद तकनीकी सेल जाँच कर रही है।
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