जमशेदपुर : अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में उप-वर्गीकरण के खिलाफ विभिन्न संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद का जमशेदपुर के ग्रामीण व शहरी इलाकों में मिला-जुला असर दिखाई दिया. टाटा-हाता मुख्य मार्ग को बंद समर्थकों ने करनडीह चौक के पास जाम करने का प्रयास किया. इस दौरान सभी ने जमकर नारेबाजी की. बंद को सफल बनाने के लिए आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में बड़ी संख्या में विभिन्न संगठन के लोग सड़क पर उतरे।
बंद के कारण बाजार पर भी असर पड़ा और कई इलाकों में बाजार पूरी तरह से बंद रहे. ग्रामीण इलाकों में दुकानदारों ने स्वत: दुकानें बंद रखी. हालांकि बंद के मद्देनजर पुलिस टीम दंडाधिकारी के साथ पहले से ही तैनात थी. जैसे ही बंद समर्थक सड़क पर उतरे पुलिस ने तुरंत ही मोर्चा संभाल लिया. डीएसपी विधि व्यवस्था मोहम्मद तौकीर आलम और परसुडीह थाना प्रभारी फैज अहमद खुद करनडीह में मौजूद रहे और सड़क जाम करने का प्रयास कर रहे बंद समर्थकों को समझा-बुझा कर सड़क किनारे किया।
इस दौरान उक्त सड़क से आवागमन सुचारू रूप से चलता रहा, जिस कारण लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. बंद समर्थकों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण में वर्गीकरण को लेकर जो फैसला दिया है, वह पूरी तरह से गलत है, जिसका विरोध किया जा रहा है. डीएसपी ने कहा कि क्षेत्र में शांतिपूर्ण ढंग से बंद समर्थक अपना विरोध दर्ज करा रहे है, पुलिस द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी को भी इससे कोई परेशानी न हो।
इधर, जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भी भारत बंद का असर देखने को मिला. जगह-जगह बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और सड़क जाम किया, मोटरसाइकिल रैली निकाली और नारेबाजी की. बंद को देखते हुए पुलिस की टीम जगह-जगह पर तैनात थी. समर्थकों ने जगह-जगह दुकानें बंद करवाई गई और लोगों से भी इसमें सहयोग करने की अपील की. जेएमएम, कांग्रेस, आजाद समाज पार्टी, भीम आर्मी, अन्य संगठनों ने बंद का किया समर्थन।