BIG-BREAKING-JAMSHEDPUR : एमजीएम अस्पताल में इलाज कराने आई महिला परेशान होकर पहुंची डीसी के पास…सुनाई आपबीती…डीसी ने दिए जांच के आदेश…एमजीएम के उपाध्यक्ष नकुल चौधरी ने बोला महिला का आरोप गलत… क्या महिला को मिलेगा न्याय ??
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में ओडिशा से इलाज के लिए आई विनीता अंजली कौर और उसकी बेटी ने एमजीएम अस्पताल के होमगार्ड पर मारपीट, दुर्व्यवहार कर भगाने का आरोप लगाते हुए डीसी से सोमवार को शिकायत की. डीसी ने पूरे मामले के जांच के आदेश दिये हैं. इधर, धालभूम एसडीओ पीयूष सिन्हा को अस्पताल प्रशासन ने घटना की जानकारी दी. बताया कि उक्त महिला गत 18 दिसंबर से लेकर 28 दिसंबर तक और फिर 29 दिसंबर से लेकर अबतक अस्पताल में इलाजरत है. महिला के शौच में खून आने की शिकायत को लेकर इलाज हो रहा है. इसमें अबतक किये गये जांच में खून आने का प्रमाण नहीं मिला है. जबकि बच्ची के किडनी में स्टोन की शिकायत पर उसका दस दिन शिशु वार्ड में इलाज भी हुआ है. महिला के आगे के इलाज व जांच के लिए रिम्स रेफर करने किया गया है, लेकिन महिला ने एमजीएम में इलाज कराने के लिए दवाब दे रही थी. अस्पताल प्रबंधन ने ओड़िशा के निवासी होने के कारण आयुष्मान का लाभ एजीएम अस्पताल (झारखंड) में नहीं मिलने की बात भी कही है।
होमगार्ड पर मारपीट व दुर्व्यवहार कर भगाने का अरोप गलत : डॉ नकुल चौधरी, उपाध्यक्ष, एमजीएम अस्पताल, जमशेदपुर
होमगार्ड पर मारपीट व दुर्व्यवहार कर भगाने का अरोप गलत है, वस्तु स्थिति की जानकारी धालभूम एसडीओ को दी है. मानवता के आधार पर महिला का एक माह से ज्यादा इलाज हुआ है, बेहतर इलाज रिम्स या एम्स हो सकता है. उसकी बच्ची की किडनी में स्टोन जांच में पता चला है. उक्त महिला के पेट दर्द की शिकायत पर चक्रधरपुर, आंध्रा समेत कई जगहों में इलाज हुआ अब महिला यहां आयी है।