जमशेदपुर : बुद्धदेव गिरी ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को बताया बेबुनियाद और खंडन करते हुए बिन्दुवार तरीके से दिया जवाब। बुद्धदेव गिरी ने कहा कि मुझे समाचार पत्रों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के द्वारा ज्ञात हुआ कि मेरे ऊपर एक प्राथमिकी प्रवीर पी० पटेल के द्वारा बिष्टुपुर थाना में दर्ज कराया गया है।
प्रवीर पी० पटेल के द्वारा बुद्धदेव गिरी पर लगाए गए आरोप… इस प्रकार हैं….
- 5.65 करोड़ रूपये बैंक के माध्यम से मुझे प्रवीर पी0 पटेल ने बुद्धदेव गिरी को दिया।
- हथियार दिखाकर प्रवीर पी० पटेल को जान से मारने की धमकी दी।
- 14.75 लाख जबरन लिया गया।
- फ्लैटों का पोजिशन नहीं दिया।
- 60 लाख की रंगदारी की मांग।
बुद्धदेव गिरी ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपो पर मांगा जवाब…
प्रवीर पी० पटेल के द्वारा 5.65 करोड की लेन-देन (बैंक के माध्यम से) की ब्यौरा दिया जाए। हथियार दिखाने के संबंध में कहना चाहूँगा कि इस संदर्भ में वो स्थान, दिनांक एवं प्रमाण देने का कष्ट करें। 14.75 लाख जबरन वसूली के संदर्भ में मैं स्पष्टीकरण चाहूंगा कि कहाँ, कब और किस माध्यम से उन्होंने हमें भुगतान किया ? फ्लैट के पोजिशन के संबंध में मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि क्या वो एग्रीमेन्ट अनुसार सारे राशि का भुगतान कर दिये हैं ? 60 लाख के रंगदारी के संदर्भ मैं उनसे उचित प्रमाण चाहूँगा। ऊपर वर्णित सारे आरोप।निराधार तथा तथ्यहीन है।
बुद्धिदेव गिरि ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि समाचार पत्रों तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम ये यह कहना चाहूँगा कि प्रवीर पी. पटेल को एग्रीमेन्ट तथा दोस्ताना सम्बन्ध के कारण।मैंने बिना पूर्ण राशि भुगतान के इंटीरियर कार्य करने की अनुमति दी । इस बात का नाजायज फायदा उठाते हुए अवैध तथा गुप्त रूप से उन्होंने फ्लैट का छत, बीम तथा एलीवेशन के साथ तोड़-फोड़ की तथा भवन को क्षतिग्रस्त किया।
छत काटकर फ्लैट को डुप्लेक्स बनाने की कोशिश की, जब इसकी सूचना मुझे मिली तो मैंने प्रवीर पी० पटेल से बात की तो उन्होने यह।जवाब दिया कि यह मेरा फ्लैट है। मैं फ्लैट में जो चाहूँ करूँ, आप रोक नहीं सकते हैं। इसके पश्चात मैं आरकीटेक्ट से सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त किया तो पाया कि इसके कारण बिल्डींग धाराशायी हो सकती है। तब मैंने पी०पी० पटेल को अनुचित। कार्य करने से रोक दिया। इस घटना के कुछ दिनों के पश्चात तत्कालिन बिष्टुपुर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर विष्णु रावत के द्वारा मुझे थाना में बुलाया गया और प्रवीर पी० पटेल के द्वारा थाने में की गई शिकायत के बारे में मुझसे पुछताछ कर सारी जानकारी ली गई। तत्श्चात थाना प्रभारी के द्वारा मुझे आश्वस्त किया कि आपकी कोई गलती नहीं है आप जा सकते हैं।
श्री गिरी ने कहा कि प्रवीर पी० पटेल से मेरी दोस्ती विगत 25-30 सालों से हैं, इनके द्वारा इस प्रकार की बेबुनियाद आरोप एवं कार्य के पीछे राजनीतिक साजिश प्रतीत होता है और मैं चाहूंगा कि इसकी छानबीन कर पुर्णरूप से निष्पक्ष जांच की जाये और जो भी इस मामले में दोषी हो उनके ऊपर उचित एवं सख्त कार्रवाई की जाये। साथ ही यह भी बताना चाहता हूँ कि इन आरोपों से मेरी छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई है, जो सर्वथा अनुचित है और मैं प्रवीर पी0 पटेल के 10 करोड़ रूपये की मान-हानि का मुकदमा न्यायालय में दायर करूंगा।