जमशेदपुर। जमशेदपुर में सैरात की जमीन पर बने साकची, बिष्टुपुर समेत 10 बाजारों को टाटा स्टील से लेने के बाद जमशेदपुर अक्षेस द्वारा साकची के दुकानों का बिल भेजा गया। जिस दुकान का किराया महज 25 से 100 रुपए था, वहीं मई में उसका किराया 700 गुणा बढ़कर 16 हजार से अधिक कर दिया गया है। सरकार के इस कदम का जहां व्यापारियों ने कड़ा विरोध किया है। तो वहीं, इस तानाशाही फैसले पर भाजपा ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इसे अव्यवहारिक और सरकार की मनमानी बताया।
शुक्रवार को भाजपा महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर राज्य सरकार पर मनमानी तरीके से सैरात बाजार के किराए में वृद्धि करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में हुए सम्पूर्ण तालाबंदी से आर्थिक मुसीबत झेल रहे दुकानदारों के लिए सरकार का यह कदम जले पर नमक रगड़ने जैसा है। गुंजन यादव ने कहा कि राजस्व वृद्धि के नाम पर सरकार व्यापारी वर्ग पर अनावश्यक बोझ डाल रही है। कहा कि राज्य सरकार संवेदनशील नहीं है, सरकार की इस मनमानी फैसले का भाजपा हर स्तर पर विरोध करेगी। उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब इस निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए वापस लेने और राहत देने की माँग की है। उन्होंने निर्णय नहीं लेने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी है।