जमशेदपुर : मुख्तार का शार्पशूटर व यूपी पुलिस का वांटेड गैंगस्टर अनुज कनौजिया पिछले दो महीने से जमशेदपुर में पनाह लिए हुए था. यहां गोविंदपुर थाना क्षेत्र के भूमिहार मेंशन में कुछ लोग अनुज के संपर्क में थे, उन्हीं लोगों ने उसे पनाह दी थी. लेकिन यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और झारखंड एटीएस ने एनकाउंटर में अनुज को मार गिराया और उसके सालों के आतंक का अंत कर दिया. अनुज कनौजिया जमशेदपुर में जिस भूमिहार मेंशन में रह रहा था, उसे पुलिस ने सील कर दिया है. यह संपत्ति किसकी है, इसकी जांच की जा रही है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार उक्त संपत्ति चिंटू सिंह उर्फ शशि शेखर की है, जो जमीन कारोबार का काम करता है. इस मामले में पुलिस ने राहुल सिंह राजपूत को हिरासत में लिया है।
अनुज कनौजिया को जमशेदपुर निवासी शशि नाम के व्यक्ति ने पनाह दी थी. अनुज लगातार भाग रहा था ताकि यूपी एसटीएफ उसका एनकाउंटर न कर दे. जमशेदपुर पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है कि शशि कौन था और किस आधार पर उसने अनुज कनौजिया को जमशेदपुर में 2 महीने तक पनाह दी थी. शशि की गिरफ्तारी के बाद मनोज कनौजिया के दूसरे गुनाहों का भी हिसाब हो सकता है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि टेक्निकल सेल की मदद से अनुज कनौजिया का पता लगाने की कोशिश की जा रही थी. पिछले दो महीने से उसकी लोकेशन जमशेदपुर में मिल रही थी, लेकिन यह पता नहीं चल पा रहा था कि वह कहां है, क्योंकि वह लगभग हर दिन अपने सोने की जगह बदल देता था और फिर अपना मोबाइल बंद कर लेता था.अनुज कनौजिया इतना शातिर था कि जिस घर में उसे ठिकाना बनाना होता था, वहां पहुंचने से करीब 5 किलोमीटर पहले ही अपना मोबाइल बंद कर देता था।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने इस मामले में झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता से मदद मांगी. जिसके बाद अनुज कनौजिया को गिरफ्तार करने के लिए झारखंड एटीएस की मदद मिली. पिछले एक सप्ताह से यूपी एसटीएफ की विशेष टीम जमशेदपुर में कैंप कर रही थी और भूमिहार मेंशन की रेकी कर रही थी. सोमवार से शुक्रवार तक अनुज कनौजिया भूमिहार मेंशन नहीं पहुंचा. यह देख यूपी एसटीएफ की टीम थोड़ी निराश होने लगी, लेकिन शनिवार को यूपी एसटीएफ के अधिकारी और जवान तब खुश हो गए, जब अनुज कनौजिया को भूमिहार मेंशन जाते देखा गया।