जमशेदपुर : सुमित पास के ही घाटदुलमी मध्य विद्यालय का छात्र है. सुमित घटना के बाद से इतना दहशत में है कि वह बोल भी नहीं पा रहा है. लड़खड़ायी जुबान से उसने सारी बातें बतायी है और तब से वह लगातार बुखार से तप रहा है. वह पूरी तरह दहशत में है. सुमित महतो ने बताया कि वह चरवाही करने के लिए गया था. सारे लोग बैल और गाय को छोड़कर आपस में बातें कर रहे थे. वह पेड़ पर चढ़ गया था. उसने देखा कि अचानक से भगदड़ मची. वहां बाघ आ गया और बैल पर हमला कर दिया. चूंकि, बैल निशाने पर था, इस कारण सारे ग्रामीण वहां से भागने में कामयाब हो गये और वह पेड़ पर था तो उसी पर दुबक गया।
जैसे ही बाघ अपने शिकार को लेकर नीचे गया, वह पेड़ से नीचे उतरकर दौड़ता हुआ घर पहुंचा और सारी बात बतायी. इसके बाद से वह लगातार रोता रहा. घटना के करीब 48 घंटे से भी अधिक वक्त हो चुका है, लेकिन वह दहशत से बाहर नहीं आया है. उसकी मां ने बताया कि बेटे की हालत खराब है. आप ही बताइये अगर बाघ को कोई सामने देख ले यानी मौत का सामना हो जाये तो उसकी हालत क्या होगी, आप खुद समझ सकते हैं. शाम होते ही लोग अपने घरों में छिपने को मजबूर हो गये हैं. बाघ के कारण तुलाग्राम, घाट डुलमी, झुरगु, पलगाम, खूंटी, करली, मूसारी, बेद पाल स्टैंड, केदर्दी पालन, कोक बेड़ा रेडी और आसपास के गांवों के लोग दहशत में हैं।