जमशेदपुर : सार्वजनिक और सरकारी पेयजल स्रोतों पर निजी लोगों के कब्जों से सामान्य जन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिन हैंडपंपों का उपयोग सार्वजनिक तौर से होता था, अब उन्हें प्राइवेट तौर पर उपयोग में लिया जा रहा है, लेकिन इसे देखने-सुनने वाला कोई नहीं है। प्रखंड भर में सैकड़ों सरकारी हैंडपंप हैं, लेकिन दर्जनों से ज्यादा पर निजी लोगों ने अपनी मोटर लगा रखी हैं और सार्वजनिक उपयोग बंद कर दिया है। जिसमें वे अपनी मोटर डालकर पानी निकाल रहे हैं। ऐसा ही मामला जमशेदपुर प्रखंड के उत्तरी घोड़ाबंधा पंचायत में बारी नगर से सटे शिवनगरी बस्ती में देखने को मिल रहा है। जहां दबंग किस्म के लोग सार्वजनिक हैंडपंपों में मोटर लगाकर अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रहें है। उसके झगड़ालू प्रवृत्ति से खौफज़द बस्तीवासी सक्षम अधिकारियों को शिकायत करने तक से डरते हैं।
शिवनगरी बस्ती के लोगों द्वारा गुप्त शिकायत मिलने पर भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने इस मामले की शिकायत पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर सहित जिला उपायुक्त से करते हुए सार्वजनिक चापाकल को निजी उपयोग से मुक्त कराने संबंधित ट्वीट किया है। माँग किया है की सरकारी संपत्ति से छेड़छाड़ करने और हैंडपंप की चोरी करने के मामले में भी कड़ी कार्रवाई हो ताकि इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो। बताया जाता है की कब्जा करने वाला व्यक्ति राजनीतिक पार्टी से जुड़ा कार्यकर्ता है और इसी का गलत फ़ायदा उठाकर चापाकल में मोटर लगा दिया है और मिट्टी डालकर चापाकल को लगभग ढक दिया है जिससे उसका उपयोग कोई नहीं कर सके। भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा की सात दिनों में कार्रवाई नहीं होने पर शिव मंदिर के समीप सत्याग्रह आंदोलन चलाई जायेगी। इधर शिकायत की सूचना मिलते ही संबंधित लोग आनन फानन में मोटर खोलने में जुटे थें, बस्ती वासियों की नज़र पड़ते ही छिप गये।
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