JAMSHEDPUR : दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून के प्रभाव से पूर्वी सिंंहभूम समेत राज्य केे कई जिलों में दो दिन की भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. मंगलवार से शुरू हुई बारिश गुरुवार को भी जारी है. जमशेदपुर डीसी ने लोगों से अपील की है कि लगातार हो रही बारिश के कारण स्वर्णरेखा और खरकई नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. जनसाधारण से अपील की जाती है कि नदी किनारे की ओर नहीं जाएं जिससे कोई जनहानि हो, सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर शरण लें.
जमशेदपुर में पहली बार मॉनसून आने के 24 घंटे में 100 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई. लगातार बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है. खरकई नदी का जलस्तर बढ़कर 131.950 मीटर पर पहुंच गया. वहीं, सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़कर 122.70 मीटर हो गया. यह आंकड़ा गुरुवार का है. दोनों नदियां खतरे के निशान ऊपर बह रही हैं. सुवर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना से मिली जानकारी के मुताबिक, चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद डैम के 7 फाटक खोलने का निर्णय लिया गया.
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तरपूर्व झारखंड पर निम्न दाब का क्षेत्र बनने के कारण रांची, लोहरदगा, गुमला, खूंटी और सिमडेगा के लिए अत्यधिक भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है. उन्होंने बताया, ‘गंगा के तटीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के इलाकों में बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और आज सुबह 5.30 बजे यह उत्तरपूर्व झारखंड और उससे सटे पश्चिम बंगाल के गंगा के तटीय इलाकों में पहुंच गया. अगले 24 घंटों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की आशंका है.
