■ भक्तिमय संगीत पर जमकर थिरके रघुवर दास, लौहनगरी की जनता समेत नारी शक्ति का जताया विशेष आभार।
जमशेदपुर। सूर्य मंदिर कमेटी सिदगोड़ा द्वारा तृतीय सोमवारी पर जलाभिषेक यात्रा पूरे धूमधाम से एवं श्रद्धापूर्वक सम्पन्न हुई। दो बर्षों के बाद प्रारंभ हुई जलाभिषेक यात्रा की अगुवाई मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने की। रघुवर दास के संग 35 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बारीडीह भोजपुर कॉलोनी छठ घाट से जल लेकर हरि मैदान से भक्तिमय संगीत, मनोरम झांकी और पुष्पवर्षा के बीच पैदल यात्रा कर सूर्य धाम शिवालय में जलाभिषेक किया। कई किलोमीटर की यात्रा पैदल नंगे पाव तय कर शिवालय में रघुवर दास ने बाबा भोलेनाथ को जलार्पण किया। इस दौरान उन्होंने जमशेदपुर की जनता समेत सम्पूर्ण झारखंड निवासियों के सुख-समृद्धि, उन्नति एवं शांति की कामना की। इससे पहले, बारीडीह हरि मंदिर मैदान में 11 सदस्यीय पंडितों के समूह द्वारा जलाभिषेक का संकल्प कराया गया। यात्रा में शामिल महिलाओं ने गेरुवा वस्त्र तो पुरुषों ने गेरुवा गमछा के साथ हाथों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा और केसरिया ध्वज लेकर यात्रा की शोभा बढ़ायी। प्रातः काल से ही बारीडीह हरि मंदिर मैदान में हर हर महादेव, बोल बम के जयघोष सुनाई दे रहे थे। हजारों की संख्या में कतारबद्ध महिलाएं, बुर्जुग, बच्चे बाबा भोलेनाथ के शीघ्र दर्शन को उत्साहित थे। भारी भीड़ को देखते हुए कमेटी द्वारा पूरे यात्रा को बैरिकेडिंग कर व्यवस्थित रूप दिया गया। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसके लिए मंदिर परिसर में तेज पंखे और पूरे रास्ते जगह-जगह शीतल पेय के काउंटर लगाए गए थे। यात्रा में सिख संगत ने श्रद्धालुओं का फूल-मालाओं से स्वागत किया। दोपहर तक श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। जलाभिषेक के पश्चात 46 हजार से अधिक श्रद्धलुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर कमेटी की ओर से सोन मंडप परिसर में प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई थी। जिसमें 20 काउंटर पर प्रसाद तो 15 काउंटर पर पानी की व्यवस्था थी। प्रसाद के रूप में पूरी, आलू-चना की सब्जी, मीठी चटनी एवं बुंदिया परोसा गया।
भव्य जलाभिषेक यात्रा के सफलतापूर्वक समापन पर मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लौहनगरी की जनता के साथ नारी शक्ति का विशेष रूप से आभार जताया। उन्होंने जलाभिषेक यात्रा को ऐतिहासिक एवं अद्भुत बनाने में सूर्य मंदिर कमेटी, भाजपा कार्यकर्ता एवं सामाजिक संस्था समेत सहयोग करने वाले सभी श्रद्धालुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जलाभिषेक यात्रा में श्रद्धालुओं के भक्ति, अटूट आस्था और सेवा भावना का दर्शन हुआ। सावन का पवित्र महीना हमें सादगी के साथ उच्च जीवन जीने का संदेश देता है। भगवान शिव का जीवन सादा और सरल रहा। उन्होंने हर किसी के दु:ख हरे। संसार की विपत्ति अपने ऊपर ले ली। विष पीया और अमृत दूसरों में बांटे। यह जीवन का उच्चतम दर्शन है। सावन का यही वो महीना था जब बाबा भोलेनाथ ने विष पीकर सृष्टि की रक्षा की थी। विष के प्रभाव को कम करने के लिए सभी देवताओं ने उनका जलाभिषेक किया। कहा कि भगवान शिव ने आम जनमानस को भी संदेश दिया कि जीवन में कितने भी संकट, विपत्ति व अपमान हो, लेकिन कभी भी परोपकार का रास्ता नहीं त्यागना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य में शिव तत्व उपस्थित है और इसे शिव के प्रति अनुराग, भक्ति एवं आराधना से जागृत किया जा सकता है।
वहीं, सूर्य मंदिर कमेटी के अध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं के अटूट आस्था के कारण सूर्य मंदिर आस्था का केन्द्र बिंदु बना है। उन्होंने जलाभिषेक यात्रा को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी लोगों के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के उत्साह और उमंग ने यात्रा को ऐतिहासिक व अविस्मरणीय बनाया।
जलाभिषेक यात्रा में चंद्रगुप्त सिंह, अभय सिंह, कुणाल षाड़ंगी, सूर्य मंदिर कमेटी के अध्यक्ष संजीव सिंह, महासचिव गुंजन यादव, शशिकांत सिंह, मनोज श्रीवास्तव, सूरज सिंह, मधु तांती, महेंद्र रजक, राजेश सिंह पप्पू, राकेश रंजन अखिलेश चौधरी, मान्तु बनर्जी, राजेश यादव, विनय भूषण शर्मा, चंद्रशेखर मिश्रा, आयोजन समिति के संयोजक कमलेश सिंह, रामबाबु तिवारी, दिनेश कुमार, पवन अग्रवाल, सुशांत पंडा, भूपेंद्र सिंह, मिथिलेश सिंह यादव, कुलवंत सिंह बंटी, नीरज सिंह, कल्याणी शरण, खेमलाल चौधरी, गुरदेव सिंह राजा, राजन सिंह, राकेश सिंह, बबुआ सिंह, सुधांशु ओझा, संजीव सिन्हा, राजीव सिंह, मंजीत सिंह, अमरजीत सिंह राजा, प्रेम झा, बोलटू सरकार, अमित अग्रवाल, सुरेश शर्मा, संतोष ठाकुर, दीपक झा, नीलू झा, रश्मि भारद्वाज, रूबी झा, हेमंत सिंह, बबलू गोप, ध्रुव मिश्रा, बिनोद राय, प्रशांत पोद्दार, बिनोद सिंह, नारायण पोद्दार, ज्ञान प्रकाश, कौस्तव रॉय, मनी मोहंती, अभिमन्यु सिंह चौहान, कुमार अभिषेक, कंचन दत्ता, प्रोबिर चटर्जी राणा, निर्मल सिंह, रमेश विश्वकर्मा, सुमित श्रीवास्तव, संतोष कुमार, अशोक सामंत, नरेंद्र ओझा, श्रीराम प्रसाद, पप्पू मिश्रा, नवजोत सिंह सोहल, उमेश साव, सत्येंद्र रजक, मनीष पांडेय, अनुराग मिश्रा, इकबाल सिंह, अमिश अग्रवाल, बंटी सिंह, निर्मल गोप, बिमला साहू, सरस्वती साहू, मधुमाला, सोनिया साहू, पप्पू उपाध्याय, मृत्युंजय यादव, समेत सैकड़ों अन्य कार्यकर्ताओं का सराहनीय योगदान रहा।