भारती ग्रुप शिक्षा संस्थान के अंतगर्त कुल पाँच शिक्षा संस्थान बाल भारती विद्यालय काशिडिह गोलकटा, बाल भारती विद्यालय डालापानी, एच एच अकादमी भागाबाँध, एच एच अकादमी कशिया, एच एच अकादमी कालाझोर संचालित है।
भारती ग्रुप के द्वारा सुशिक्षा प्रसार के साथ साथ संस्कार एवं समाजिक समरसता विषय पर लगातार कार्य किया जा रहा है।
भारती ग्रुप के अनेकों विद्यार्थी अपने जीवन में सफल हो रहे हैं और अनेको सफलता की सिदियों पर लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
जन जागरण हेतु चाय पर चर्चा, ग्राम सभा, विद्यार्थियों का प्रेड, रैली आदि किया जाता रहा है।
सौ प्रतिशत प्रथम श्रेणी मैट्रीक रिजल्ट विना ट्यूशन कोचिंग का
शत प्रतिशत बच्चे प्रतिदिन माता पिता को नमस्कार कर विद्यालय आते हैं। > विद्यालय में भी शिक्षक शिक्षिकाओं के अलावा एक दूसरे को नमस्कार करते एवं पूछते हैं
How are you? In reply- I am great brother/sister (same as apposite) कहते हैं। > सभी बच्चे मातृ पितृ पूजन (Parents worship) 14 फरवरी को करते हैं।
15 अगस्त एवं 26 जनवरी में आकर्षक झांकी सह प्रेड करते है।
प्रतिदिन तिरंगा ध्वज फहराकर प्रार्थना कर शिक्षण प्रारंभकरते एवं छुट्टी समय ध्वज उत्तारते हैं।
प्रतिदिन विद्यार्थी स्व संकल्प (हम भारत के लाल हैं हमें माता पिता घर परिवार एवं समाज का मान बढाना है। हमें… करते हैं
आज तक एक भी छात्र छात्राओं के मध्य गलत वैचारिक मामला नही आया है क्योंकि
सभी विद्यार्थी रक्षा बंधन मनाते हैं, और भाई बहन के जैसा रहते हैं?
अत्यधिक हर्षो उल्लास एवं शांति पूर्वक स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्रता दिवस, बाल दिवस, शिक्षक दिवस, सरस्वती पूजा, बार्षिकोत्सव, पिकनिक, एवं एक्स्टरा एक्टिमिटि होती है।
विद्यार्थियों के लिए साहसिक शैक्षणिक यात्रा, ज्ञान एवं एकता के लिए दौड़, विज्ञान
प्रदर्शनी जैसे कार्यक्रम होते हैं।
समय से परीक्षा, रिजल्ट, एवं कोर्स पूरा होता है।
बच्चों को मोटिभेसन कक्षा, स्पोकेन कक्षा, पी. डी. पी. कक्षा होता है।
बच्चे से शिक्षक शिक्षिकाएँ ही नही, प्रिंसिपल और डायरेक्टर भी सिधे बातें करते हैं।
बच्चे एवं अभिभावक के पास प्रिंसिपल और डायरेक्टर का मोवाइल नम्वर रहता है।
मासिक शुल्क में वृद्धि सहित सभी बड़े फैसले अभिभावक सभा द्वारा होती है
मौन घंटी (लंच के पहले और छूट्टी के पहले ताकि बच्चे पढाया पाठ आँखें बंद कर
पुनः स्मरण में ला सके) होता है।
माह के प्रथम, द्वितिय, तृतिय, चतुर्थ, बुधवार को कमशः योग प्राणायाम, सरस्वती साधना, भारती मीट, खेल खेल में विज्ञान होता हैं।