जमशेदपुर : राष्ट्रवादी जनमंच द्वारा एक विशाल जन आक्रोश मार्च निकाला गया जो साकची बसंत सिनेमा चौक से प्रारंभ होकर रैल्ली के शक्ल में सभी के हाथों में जलती हुई मशाल व अंकिता के हत्यारे को फांसी दो, justiceforankita जैसे नारो वाले तख्ती बैनर के साथ काली पट्टी बांधे हुए गगन चुम्बी नारे लगाते हुए आक्रोश मार्च साकची बड़ा गोलचक्कर पहुंचा ओर वहां पर इकट्ठी बड़ी संख्या में भीड़ ने अंकिता के हत्यारे जेहादी शाहरुख हुसैन के पुतले को फांसी लगाई तत्पश्चात उसके पुतले को आग के हवाले कर दिया।
आक्रोश मार्च में सम्मलित हुए स्थानीय विधायक सरयू राय, अमरप्रीत सिंह काले और शम्भू सिंह…
इस आक्रोश मार्च में स्थानीय विधायक सरयू राय भी घटना का विरोध जताने पहुंचे उन्होंने उपस्थित प्रेस मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बेटी अंकिता का जो हत्या वाला यह मामला बहुत ही जघन्य अपराध है राज्य को शर्मशार करने वाला विषय है आज हमारी बहन बेटियां सुरक्षित नही है क्योंकि वो बहुसंख्यक समाज से आती है और हत्या करने वाले जेहादी मानसिकता के लोगो पर सरकार को कड़ा कदम उठाना चाहिए सरकार और पुलिस यदि अपना कार्य सही से करते तो यह घटना नही होती इतनी बड़ी घटना घटने के बाद भी सरकार का कोई भी व्यक्ति पीड़िता को देखने तक नही गया इससे सरकार के मानसिकता का पता चलता है। इस कार्यक्रम में शहर के समाजसेवी भाजपा के पूर्व प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले भी उपस्थित थे उन्हीने भी घटना के विरोध में अपना विचार व्यक्त किया।
आक्रोश मार्च का नेतृत्व मातृशक्ति ने किया….
अंकिता को न्याय दिलाने के लिए निकाले गए आक्रोश मार्च का नेतृत्व बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं ने किया सभी महिलाएं आगे आगे नारो की तख्ती व मशाल पकड़े हुए अंकिता को न्याय दिलाने के लिए अपनी आवाज को बुलंद कर रहीं थी। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कविता परमार, अधिवक्ता रवि सिंह, अमित शर्मा, सूबोध श्रीवास्तव, मुकुल मिश्रा, अजय सिन्हा, मुन्ना सिंह, शंकर रेड्डी, अभिमन्यु प्रताप सिंह, मिस्ठु सोना, बन्दना नामता, रिया मित्रा, ककुली मुखर्जी, रंजीता राय, पिंकी विश्वास, चंद्रशेखर राव, मनोज उज्जैन, राजेश कुमार झा, राजेश कुमार, राजीव चौहान, विकास गुप्ता, धर्मेंद्र प्रशाद, दुर्गा राव, कैलाश झा, विनोद यादव, शंकर कर्मकार, जयप्रकाश, वरुण सिंह, विजय नारायण सिंह, अमित पाठक, चुन्नू भूमिज, प्रेम सक्सेना सहित अन्य उपस्थित थे।