जमशेदपुर : सरायकेला-खरसावां आदित्यपुर थाना अंतर्गत दिंदली बस्ती के एमआईजी-3/6 फ्लैट में मुकेश अग्रवाल (32) और उसकी पत्नी वीणा अग्रवाल (27) के आत्महत्या के मामले की कहानी परत दर परत खुलने लगी है. घटना की सूचना मिलते ही मुकेश अग्रवाल की पत्नी वीणा के मायके पक्ष के लोग एमजीएम अस्पताल पहुंचे. वहां वीणा की बहन रीना अग्रवाल ने चीख-चीख कर अपनी बहन और जीजा को प्रताड़ित करने की बात मीडिया के समक्ष रखी।
उसके मुताबिक मुकेश अग्रवाल पांच भाईयो में सबसे छोटे थे. उससे बड़ा भाई नरेश अग्रवाल उर्फ नीरू पांचो भाईयो में चौथे नंबर पर है. रीना ने नरेश उर्फ नीरू के साथ उसकी पत्नी एवं परिवार वालों को घटना के लिए जिम्मेवार ठहराया. उन्होंने कहा कि नरेश और उसका परिवार जीजा मुकेश अग्रवाल पर घर बेचकर रूपये देने की मांग करता था. इसके लिए पति- पत्नी को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता था।
रीना की मानें तो प्रताड़ना से तंग आकर उसके जीजा मुकेश शनिवार को ही न्याय की गुहार लगाने आदित्यपुर थाना भी पहुंचे थे, लेकिन वहां भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. उसके बाद घर आकर उन्होंने पत्नी वीणा अग्रवाल के साथ आत्महत्या कर ली।
4 वर्ष पहले हुई थी शादी, जोमैटो में काम करते हुए माता-पिता को रखते थे साथ बताया गया कि करीब 4 वर्ष पहले मुकेश की वीणा के साथ शादी हुई थी।
शादी के कुछ महीने तक तो सारा कुछ ठीक-ठाक चला, लेकिन उसके बाद संपत्ति को लेकर पांचों भाईयों के बीच विवाद होने लगा. मुकेश के पिता जुगल किशोर अग्रवाल (80) रिटायरमेंट से पहले फ्लावर मिल में काम करते थे. उनकी मां संतोषी अग्रवाल भी बुजुर्ग हैं. रही बात भाईयों की तो मुकेश के बड़े भाई का नाम दिनेश अग्रवाल है. बंटी अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल और नरेश अग्रवाल उनसे छोटे हैं और मुकेश भाइयों में उनसे भी छोटे थे. सभी भाईयों का अपना अलग-अलग काम-धाम बताया जा रहा है।
परिजनों ने बताया कि मुकेश जोमैटो में काम करते हुए अपने माता-पिता का भी ख्याल रखते थे. उनकी एक पांच साल की बेटी भी है. बावजूद उन्हें प्रताड़ित किया जाना घटना की वजह बताई जा रही है।