जमशेदपुर : बर्मामाइंस के ईस्ट प्लांट बस्ती के रहने वाले कुख्यात बदमाश हरीश कुमार सिंह को पुलिस ने साकची में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों के सामने पेश किया। पुलिस ने वह कहानी बताई कि किस तरह जमशेदपुर के डान अखिलेश सिंह का करीबी यह कुख्यात बदमाश बिहार से गिरफ्तार हुआ है। हरीश सिंह पर जमशेदपुर में हत्या, लूट और रंगदारी के लगभग 30 मुकदमे दर्ज हैं। एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि पुलिस इस कुख्यात बदमाश को सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के नीति बाग कॉलोनी में गैंगवार में चली गोली और कोर्ट में वकील के भेष में पुलिस को चकमा देकर गवाही देकर फरार हो जाने के मामले में सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
इधर बीच पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी कि हरीश सिंह फोन कर शहर के बड़े कारोबारियों को धमकी दे रहा है और उनसे रंगदारी मांग रहा है। इस पर सिटी एसपी ने हरीश सिंह की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम बनाई थी। टीम ने हरीश सिंह के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया। इससे पता चला कि हरीश सिंह बिहार के राजगीर में है। मुखबिरों से सूचना मिली कि हरीश सिंह राजगीर में एक होटल में ठहरा हुआ है। इस पर पुलिस ने वहां छापामारी की तो हरीश सिंह ने पुलिस को चकमा देकर भागने का प्रयास किया। पुलिस को बताया कि वह हरीश सिंह नहीं है अजय कुमार है।
अजय कुमार के नाम का फर्जी आधार कार्ड लगाकर हरीश सिंह होटल में ठहरा हुआ था। लेकिन, पुलिस ने उसको पकड़ लिया और कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि वही हरीश सिंह ही है। हरीश सिंह के पास से कई फर्जी आईडी से लिए गए फर्जी नाम के चार सिम कार्ड भी बरामद हुए हैं। उसने जो सिम कार्ड लिया था।