जमशेदपुर : ऐसे समय में जब ब्यूरोक्रेसी (नौकरशाही) में सिखों की भारी कमी देखी जा रही है या यूं कहें तो सिख नौजवान विदेशों में जाकर काम या व्यापार करने को ही प्राथमिकता दे रहे हैं. ऐसे में हाल ही में प्रकाशित हुए झारखंड लोक सेवा आयोग के परिणामों में जमशेदपुर बालीगुमा स्थित साईं काम्प्लेक्स के निवासी भूपिंदर सिंह ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की परीक्षा में 56वाँ रैंक लाकर एक नई मील का पत्थर गढ़ दिया है और यह एक उदाहरण है पूरे सिख लिए नौजवानों के लिए कि कैसे अपने देश में भी रहकर सरकारी सेवाओं में जाकर अपनी कौम एवं राज्य की सेवा की जा सकती है।

दूसरे प्रयास में सफ़लता 56 वाँ रैंक, DYSP पद…..

31 वर्षीय सिख युवक सरदार भूपिंदर सिंह जिन्होंने अपने दूसरे प्रयास में झारखंड लोक सेवा आयोग परीक्षा में 56वाँ रैंक लाकर जमशेदपुर के साथ- साथ पूरे सिख समाज को गौरवान्वित कर दिया है. आपको बताते चलें उनकी इस उपलब्धि को ध्यान में रखते हुए सरदार भगवान सिंह के नेतृत्व में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के द्वारा साकची स्थित CGPC कार्यालय में उनको सरोपा भेंटकर कर एवं मुंह मीठा कर सम्मानित किया गया।
माता पिता का साया छूटा……

आपको बताते चलें कि बहुत पहले ही भूपिंदर के सिर से माता-पिता का साया उठ गया था. ऐसे में उनके बड़े भाई इंदरजीत सिंह ने उनकी देखभाल की. कार्यक्रम के दौरान CGPC के प्रधान सरदार भगवान सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, गुरुचरण सिंह बिल्ला, दलजीत सिंह गुमताला, सुरजीत सिंह, सुरिंदर सिंह छिंदा, सुखदेव सिंह बिट्टू, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, हरविंदर सिंह मंटू, सिख नौजवान सभा के प्रधान सरदार अमरीक सिंह, गुरुशरण सिंह, सुखवंत सिंह सुक्खू, मानगो नौजवान सभा प्रधान जगदीप सिंह गोल्डी एवं भूपिंदर सिंह के पारिवार के लोग भी मौजूद रहे।
