जमशेदपुर : एमजीएम थाना क्षेत्र के रुहीडीह स्थित आयुष्मान आरोग्यम मंदिर की कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) ज्योति कुमारी की हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. मामले में मृतका के लिव-इन पार्टनर डॉ. विजय मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ में उसने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि शक के चलते उसने यह वारदात अंजाम दी।
प्रेम संबंध के शक में रची साजिश, गैंता से किया हमला….
डॉ. विजय मोहन ने पुलिस को बताया कि उसे संदेह था कि ज्योति का किसी अन्य व्यक्ति से प्रेम संबंध है. इसी शक में उसने हत्या की योजना बनाई और घर में अकेले पाकर गैंता से सिर पर तीन बार वार किया, जिससे ज्योति गंभीर रूप से घायल हो गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
भाई को भेजा बाहर, फिर रची हमले की झूठी कहानी…..
विजय ने बताया कि उसने घटना के दिन ज्योति के भाई प्रेम प्रकाश महतो को बच्चों के साथ बाल कटवाने भेज दिया ताकि घर में कोई गवाह न रहे. वारदात के बाद उसने कहानी गढ़ी कि तीन-चार अज्ञात लोग आए और ज्योति पर हमला करके भाग गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनी विवाद की जड़, शव अब भी शीतगृह में…..
बता दें कि 23 अप्रैल को रांची के मेडिका अस्पताल में इलाज के दौरान ज्योति की मौत हो गई थी. मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें डॉक्टरों ने मौत का कारण गोली लगना बताया, हालांकि सिर में गोली का निशान नहीं मिला. इससे परिवार को शक हुआ कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गड़बड़ी हो सकती है. उन्होंने दोबारा पोस्टमार्टम की मांग की और शव को कांके शीतगृह में रखवा दिया।
इलाके में फैली सनसनी, सोशल मीडिया पर भी छाया मामला……
सीएचओ की हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. सोशल मीडिया पर भी यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग इस जघन्य हत्याकांड को लेकर आक्रोशित हैं और आरोपित को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं।

















