जमशेदपुर : झारखंड आंदोलनकारी सह पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो और उनकी पत्नी सह भाजपा की पूर्व सांसद आभा महतो सोमवार देर रात चक्रधरपुर से जमशेदपुर आने के दौरान सड़क दुर्घटना के शिकार हो गये. चाईबासा- सरायकेला मार्ग पर सामने से आ रहे एक भारी वाहन से बचने के प्रयास में उनकी कार बायीं ओर सड़क किनारे नीचे उतर गयी. काफी दूर तक कार गड्ढों में हिचकोले खाते हुए खेत में जाकर रूकी. इस दौरान पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो कार की सीट के बीच में फंस गये, जबकि आभा महतो ने खुद को किसी तरह बचाये रखा।
शैलेंद्र महतो और आभा महतो के भतीजे व उनके अंगरक्षक को भी हल्की चोटें आयी हैं. सभी घायलों को सरायकेला अस्पताल के एंबुलेंस से इलाज के लिए टीएमएच लाया गया, जहां मंगलवार तड़के तीन बजे प्राथमिक उपचार के बाद पूर्व सांसद आभा महतो, अंगरक्षक व उनके भतीजे को छुट्टी दे दी गयी. जबकि पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो को कुछ जरूरी जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है. वे डॉक्टरों की निगरानी में अभी रहेंगे. उनका इलाज टीएमएच के जी-1 ब्लॉक में किया जा रहा है।
शैलेंद्र महतो ने बताया कि वे अपने भतीजे की रिसेप्शन में शामिल होने के लिए सोमवार को चक्रधरपुर स्थित पैतृक गांव गये थे. रात को 11 बजे उन्होंने पूर्व विधायक सह आंदोलनकारी साथी बहादुर उरांव को विदा किया, इसके बाद अन्य लोगों से मिलकर वे सोनारी के लिए रात 12 बजे निकले. सरायकेला से करीब चार किलोमीटर पहले अचानक से एक भारी वाहन उनकी कार के सामने आ गया. गाड़ी उनका भतीजा चला रहा था, उसने काफी मुश्किल से गाड़ी को किनारे किया. इसी दौरान उनकी गाड़ी सड़क से उतर कर नीचे खेत में चली गयी. काफी मशक्कत के बाद उन्हें उनके अंगरक्षक ने दोनों सीटों के बीच से निकाल कर वाहन से उतारा।
शैलेंद्र महतो ने कहा कि यह संयोग था कि गाड़ी पलटी नहीं और सभी लोग बाल-बाल बच गये. उन्होंने फोन कर दुर्घटना की जानकारी झारखंड आंदोलनकारी गुलरेज खान को दी और एंबुलेंस की व्यवस्था करने को कहा. इसके बाद सरायकेला से एंबुलेंस कर वे लोग टीएमएच पहुंचे।