Jamshedpur : पोटका के शंकरदा गांव की रहने वाली देवी पात्रो (26) अपने गांव में ही एक ईंट-भट्ठा में काम करती थी। 20 फरवरी 2022 की शाम पांच बजे मशीन की सफाई करने के दौरान ही मशीन अचानक से चल पड़ा और उसका हाथ भीतर चला गया था। घटना में उसकी हाथ की कलाई की हड्डी टूट गयी थी। इसके बाद उसे भट्ठा के मालिक की ओर से ही आदित्यपुर के साई नर्सिंग होम में इलाज के लिये भर्ती कराया गया था। यहां पर ऑपरेशन का पूरा पैसा जमा कराने के लिये डॉक्टर ने कहा था, लेकिन मालिक ने जमा नहीं किया। इसके बाद देवी पात्रो का हाथ बिना ऑपरेशन ही रह गया।
भट्ठा मालिक ने कहा था हर संभव मदद करेंगें
देवी पात्रो ने एसएसपी कार्यालय में बताया कि घटना के दिन भट्ठा मालिक ने कहा था कि वह इलाज का पूरा खर्च वहन करेगा। साथ ही जबतक हाथ ठीक नहीं हो जाता है तबतक वह प्रति सप्ताह 600 रुपये के हिसाब से दिया करेगा. हाथ ठीक होने के बाद वह एक मुश्त 30 हजार रुपये देगा। लेकिन आज तक उसे एक पैसा भी नहीं मिली है। भट्ठा मालिक फोन भी रिसिव नहीं करता है और न ही मिलने का ही समय देता है।
पीड़िता ने पोटका थाना प्रभारी की शिकायत
देवी पात्रो का कहना है कि उसने पोटका थाने में घटना का लिखित की है, लेकिन पुलिस सुधि नहीं ले रही है. अंततः वह तंग हारकर मंगलवार को एसएसपी कार्यालय में पहुंची और शिकायत की। एसएसपी और सिटी एसपी के मौजूद नहीं रहने के कारण देवी पात्रो ने शिकायत कोषांग में मामले को देकर वापस टली गयी। उसका कहना है कि मशीन में हाथ चले जाने के कारण उसका एक हाथ खराब हो गया है। अगर हाथ का ऑपरेशन नहीं होता है तो उसे जिंदगी भर काफी परेशानी होगी।