जमशेदपुर : भाजपा की पूर्वी प्रत्याशी के एक बयान ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। इस बयान में प्रत्याशी ने जमशेदपुर को राज्य बता दिया, जिस पर विपक्ष के शौरव विष्णु ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। शौरव विष्णु ने कहा, “जिन लोगों को जमशेदपुर राज्य लगता है, उनकी शिक्षा का स्तर क्या होगा, यह सोचने का विषय है।”इस बयान के जरिए उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी की जानकारी और बौद्धिक स्तर पर सवाल उठाए हैं।
शौरव विष्णु का यह भी कहना है कि जमशेदपुर पूर्वी की जनता को बेहद सोच-समझकर वोट देना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “अगर जनता ऐसे प्रत्याशी को वोट देती है, जिन्हें बुनियादी भूगोल और ज्ञान की समझ नहीं है, तो इसका असर आने वाली पीढ़ी के भविष्य पर पड़ सकता है।” उनके अनुसार, प्रतिनिधि का ज्ञान और समझ का स्तर उच्च होना चाहिए, ताकि वह समाज के विकास में सही भूमिका निभा सके।
शौरव विष्णु ने लोगों को जागरूक होकर वोट करने का आग्रह किया है। उनका मानना है कि सिर्फ दिखावटी वादों के आधार पर किसी को वोट नहीं देना चाहिए, बल्कि प्रत्याशी की शिक्षा, अनुभव और समझ का भी आकलन करना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज के समय में, हमारे बच्चों का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम किसे अपना नेता चुनते हैं। एक ऐसा नेता, जिसे अपने क्षेत्र के बारे में सही जानकारी नहीं है, वह लोगों की समस्याओं को कैसे समझेगा और उनका समाधान कैसे करेगा?”
उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचते हुए, समझदारी से वोट डालें। उन्होंने जोर देकर कहा, “वोट करते समय अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कल्पना कीजिए। जो नेता जमशेदपुर को राज्य समझने की भूल कर सकता है, क्या वह हमारे शहर का सही नेतृत्व कर सकेगा?”
शौरव विष्णु के इस बयान ने जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने का काम किया है और एक स्वस्थ बहस को जन्म दिया है। जमशेदपुर पूर्वी की जनता अब और सतर्क हो गई है और सोच-समझकर अपने प्रत्याशी का चयन करने का निर्णय लेना होगा।