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(चाणक्य शाह की विशेष रिपोर्ट)
जमशेदपुर : पिछले तीन दिनों से कोल्हान का सबसे बड़ा अस्पताल एमजीएम मेडिकल कालेज कभी मारपीट का आखाड़ा तो कभी धरनास्थल बना हुआ है. आपातकालीन सेवा को छोड़ सभी सेवाए और कामकाज को ठप कर सभी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका मांग है मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया जाए और उस पर कारवाई किया जाए. आपके बताते चलें कि पिछले दिनों एक 5 वर्षीय बच्चे की मृत्यु के बाद आक्रोशित परिजनों ने एक डॉक्टर की पिटाई कर दी. जिससे डॉक्टर को गंभीर चोट आई थी. इसी को लेकर सभी डॉक्टरों ने एकजुट होकर मोर्चा खोल दिया और हड़ताल पर चले गए।
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होमगार्ड के जवानों ने डॉक्टरों पर लगाया मारपीट और जातिसूचक गाली गलौज का आरोप…
अभी एक मामला सुलझा ही नहीं था की एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया. आपके बताते चलें कि बीते रात होमगार्ड जवानों और डॉक्टरों के बीच कुछ बात को लेकर कहासुनी हो गई. बात इतना बढ़ गया की हाथापाई से लेकर मारपीट गाली गलौज और धकम धुकम तक जा पहुंचा. होमगार्ड के जवानों का कहना है कि डॉक्टरों ने अपने दर्जनों की संख्या के डॉक्टर साथियों को बुलाकर होमगार्ड जवानों के साथ मारपीट कर गाली गलौज किया. इतना ही नहीं जाति सूचक गाली भी दिया. वही आईएमए के सचिव ने सौरभ चौधरी से इस मामले पर पूछे जाने पर उन्होंने इस मामले पर किसी तरह की कोई टिप्पणी देने से इंकार किया और कहा की यह एक सोची समझी साजिश है और इस तरह करके इस मामले को दूसरा रूप देने का प्रयास किया जा रहा है।
सुरक्षावालों की सुरक्षा अब किसके भरोसे..??
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विगत रात होमगार्ड और डॉक्टरों के बीच की घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि अब सुरक्षा प्रदान करने वालों होमगार्ड जवानों को भी सुरक्षा की जरूरत है. एक तरफ अगर पूरे मामले को देखे तो पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे नही बैठी है अपना काम पूरी तत्परता से करती हुई दिख रही है. पुलिस ने डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना में कुछ को गिरफ्तार भी किया है. और बचे हुए लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास में लगी हुई है।
हे राम…जान हलख में.. जाएं तो जाएं कहां….??
हमेशा विवादो में रहने वाला कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल एमजीएम मेडिकल कालेज अब धरनास्थल और मारपीट का आखाड़ा बना हुआ है. रोज रोज एक नया बखेड़ा खड़ा होता दिख रहा है. वही आपातकालीन सेवा को छोड़ सभी सेवा को बाधित है. अब सवाल यह उठता है अगर किसी की आपातकालीन सेवा को छोड़ इलाज करवाना होगा तो वह कहा जाएगा. जो सक्षम होगा वो तो इलाज करवा लेगा लेकिन जो एमजीएम अस्पताल के भोरोसे है या किसके पास पैसे का अभाव है. उसकी जान ये सोच ले की हलख में है. या फिर उनकी जान राम भोरोस है।