JAMSHEDPUR : ऊपर लिखे गाने की पंक्ति कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पर फिट बैठता है. दिन का निर्मल महतो का शहादत दिवस घड़ी में बज रहा था शाम का 6 तभी पूर्व मंत्री रामचंद्र सहीस एमजीएम अस्पताल में आ धमके और वहा मरीजों की दुर्दशा देख भड़क उठे. इस दौरान इमरजेंसी में आधे घंटे रूक कर सहिस ने कई मरीज और उनके परिजनों से मुलाकात की सभी ने कहा कि इमरजेंसी में सही तरीके से मरीजों का इलाज नहीं होता है. घंटों मरीज पड़े रहते हैं और डॉक्टर इलाज नहीं करते हैं. इस पर पूर्व मंत्री ने ऑन ड्यूटी महिला चिकित्सक से मरीजों के इलाज का अनुरोध किया. इस पर महिला चिकित्सक भड़क गई और कहने लगी कि मुझे ड्यूटी मत बताइए।
मामले की जानकारी पाकर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी मौके पर पहुंचे. पूर्व मंत्री ने उक्त महिला चिकित्सक की उपाधीक्षक से शिकायत की. उन्होंने कहा कि कोल्हान का यह सबसे बड़ा अस्पताल है और यहां गरीब लोग ही इलाज कराने आते हैं. लेकिन इमरजेंसी में डॉक्टरों का रवैया ठीक नहीं है. मरीज और उनके परिजनों से डॉक्टर हमेशा अभद्र भाषा में बात करते हैं. महज आधे घंटे अस्पताल में रहने के बाद कई मरीज और उनके परिजन मेरे पास आए जिन्होंने सही तरीके से इलाज नहीं कराने की बात कहीं. सहिस ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था में सुधार के लिए उच्च स्तर पर बात रखी जायेगी. अगर फिर भी सुधार नहीं हुआ तो आजसू आंदोलन को बाध्य होगी।
मेरे पास कोई नही आया था इस तरह की बात झूठी है…महिला डाक्टर
महिला डाक्टर से जब इस मामले में पूछा गया तो महिला डाक्टर ने इन सभी आरोपों से इंकार किया और कहा कि इस तरह की कोई बात नहीं है ये सभी आरोप बेबुनियाद है. मेरे पास कोई नही आया था और ना है मैंने किसी के साथ अभद्र व्यवहार किया है. सभी आरोप गलत है।