जमशेदपुर : मानगो जवाहरनगर 14 ए की रहने वाली नन्ही बच्ची नायरा ने माह ए रमज़ान के पवित्र महीने के पहले दिन रोजा रखकर सभी को चौका दिया है. हर तरफ इस नन्ही बच्ची की सराहना हो रही है. आपको बताते चलें कि आज मंगलवार 12 मार्च से रमजान के पाक महीने की शुरुआत हो चुकी है. रमजान का पाक महीना इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार नौवां महीना होता है. इसे माह-ए-रमजान भी कहा जाता है. यह महीना चांद को देखकर निर्धारित किया जाता है. सबसे पहले सऊदी अरब में रमजान का चांद दिखाई देता है। सऊदी अरब में रमजान का चांद 10 मार्च को दिखाई दे चुका है, इसलिए वहां पहला रोजा 11 मार्च को रखा गया. सऊदी अरब के एक दिन बाद भारत और पाकिस्तान में रोजा रखा जाता है. ऐसे में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत अन्य देशों में 12 मार्च को पहला रोजा रखा गया।
क्या है सहरी? रमजान माह में रोजाना सूर्य उगने से पहले खाना खाया जाता है। इसे सहरी नाम से जाना जाता है। सहरी करने का समय पहले से ही निर्धारित कर दिया जाता है। इस्लाम धर्म को मानने वाले सभी लोगों को रोजा रखना अनिवार्य माना जाता है। हालांकि बच्चों और शारीरिक रूप से अस्वस्थ लोगों को रोजा रखने के लिए छूट दी गई है।
क्या है इफ्तार? दिनभर बिना खाए-पिए रोजा रखने के बाद शाम को नमाज पढ़ी जाती है और खजूर खाकर रोजा खोला जाता है। यह शाम को सूरज ढलने पर मगरिब की अजान होने पर खोला जाता है। इसे इफ्तार के नाम से जाना जाता है। इसके बाद सुबह सहरी से पहले तक व्यक्ति कुछ भी खा पी सकता है।