जमशेदपुर : साकची में आदिवासी समाज के लोगों ने शुक्रवार को गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती मनाई। इस मौके पर पंडित रघुनाथ मुरमू के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। आयोजकों ने बताया कि साल 2025 में ओलचिकी प्रकाशन के 100 साल पूरे हो चुके हैं और ओलचिकी लिपि का प्रकाशन पंडित रघुनाथ मुर्मू ने ही किया था। इस मौके पर साल 2025 में 5 मई को पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती यादगार तरीके से मनाई जाएगी। कार्यक्रम में 25000 आदिवासी कलाकार शामिल होंगे और गीत संगीत और नृत्य के माध्यम से लगातार 25 मिनट तक बिना रुके प्रस्तुति देकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में झारखंड, बिहार, बंगाल, उड़ीसा और आसाम के अलावा बांग्लादेश, भूटान और नेपाल से भी कुल 32 आदिवासी जनजाति समूह के कलाकार आएंगे।
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