शैलेश कुमार/जमशेदपुर : पटमदा के लावा गांव में अत्यंत ही गरीब परिवार से जुड़ी दो विधवा महिलाओं के कच्चे मकान बुधवार को सुबह ध्वस्त होने से उन लोग बेघर हो गए हैं। इस संबंध में भारती सहिस ने बताया कि उनका खपरैल का कच्चा मकान भारी बारिश के कारण पहले से ही कमजोर हो चुका है और बुधवार को उसकी दीवार में अचानक दरार आने के बाद भू-धसान शुरू हो गया। इस बारे में पता चलने पर घर के सदस्य दहशत में आ गए और घरों से निकल गए हैं।
उन्होंने बताया कि उनके नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृति मिलने के बाद जियो टैग होने के एक साल बाद भी अब तक उसकी राशि नहीं मिली है इसलिए अब उनके समक्ष संकट गहरा गया है। अब नया मकान बनने तक कहां रहेंगे, यह बड़ा सवाल बन गया है। इस संबंध में ग्राम प्रधान बृंदावन दास ने बताया कि पीएम आवास की स्वीकृति के बावजूद पहली किस्त नहीं मिल पाने की वजह से नया मकान नहीं बन पा रहा है। उन्होंने तत्काल अंचल कार्यालय से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है।
