खाकी का धौंस दिखाकर अपशब्द कहने का आरोप, सब्जी फेंकने की दी धमकी “पहले बसाए, अब उजाड़े सरकार” : विकास सिंह
जमशेदपुर : मानगो डिमना मुख सड़क के अंतिम छोर पर नवनिर्मित एमजीएम मेडिकल कॉलेज के समीप रोज़ाना मात्र दो घंटे सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर इन दिनों रोज़ी-रोटी का संकट गहराता जा रहा है। बीते दो दिनों से एमजीएम अस्पताल में पदस्थापित होमगार्ड के जवानों पर सब्जी विक्रेताओं को डराने-धमकाने, भद्दी गालियां देने और सब्जी फेंक देने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगा है।
डरे-सहमे सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि वे रोज़ सुबह करीब 3 बजे उठकर अपने खेतों और बगीचों से मात्र चार से पांच किलो सब्जी लाकर सुबह-सवेरे केवल दो घंटे दुकान लगाते हैं और इसके बाद घर लौट जाते हैं। इसी सीमित आमदनी से उनके परिवार का गुजारा चलता है। विक्रेताओं का कहना है कि वे कभी भी अस्पताल के रास्ते में बाधा नहीं बनते और न ही आम लोगों को कोई परेशानी होने देते हैं, इसके बावजूद उन्हें बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है।
मामले की जानकारी मिलने पर भाजपा के पूर्व नेता विकास सिंह मौके पर पहुंचे और सब्जी विक्रेताओं की पीड़ा सुनी। उन्होंने विक्रेताओं को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्या से उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम को अवगत कराया जाएगा।
विकास सिंह ने कहा, “जब सब्जी विक्रेता किसी तरह की बाधा नहीं उत्पन्न कर रहे हैं, तो अस्पताल प्रबंधन को छोड़कर होमगार्ड के जवानों द्वारा गरीब, रोज़ कमाने-खाने वालों को परेशान करना पूरी तरह गलत है। इस अन्याय का पुरजोर विरोध किया जाएगा।”
इस विरोध प्रदर्शन में सावन पटवा, सूरज प्रसाद, सुरेश गोराई, काजल सेन, उज्जवल पटवा, वासुदेव मंडल, हलदर महतो, गणेश गोराई, प्रकाश डे, महेश गोराई, संजीव साव, चरणजीत साहू, निमाई घोष, दीपन प्रसाद, मेघनाथ गोराई, सुखनू महतो, बबीता सिंह, खुशबू देवी, संजय घोष, प्रदीप पटवा, मन्नू गोराई, अमित दास सहित सैकड़ों फुटकर सब्जी विक्रेता शामिल रहे।
फुटकर विक्रेताओं ने साफ शब्दों में कहा कि यदि उन्हें सब्जी बेचने से रोका गया, तो उनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। उन्होंने प्रशासन से हस्तक्षेप कर सम्मानजनक तरीके से रोज़गार करने की अनुमति देने की मांग की है।
