जमशेदपुर : झारखंड की बहुचर्चित जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर पूरे झारखंड की नजर थी. यहां स्वास्थ्य मंत्री सह स्थानीय विधायक बन्ना गुप्ता कांग्रेस से जबकि जेडीयू की ओर से सरयू राय चुनाव मैदान में थे. वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर सरयू राय चूनाव लड़कर बन्ना गुप्ता को पराजित कर इस सीट पर कब्जा किया था. लेकिन 2019 के राजनीतिक बदले हालात में सरयू राय यहां से नहीं लड़ सके और उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी बन कर तत्कालीन मूख्यमंत्री रघुवर दास को हराया था. पिछली बार इस सीट पर भाजपा ने देवेंद्र सिंह को टिकट दिया, जिसे बन्ना गुप्ता ने पराजित कर इस सीट पर कब्जा जमाया था. एक बार फिर बन्ना को शिकस्त देकर सरयू राय ने 2014 को इतिहास दोहराया है।
जदयू के सरयू राय 19वें राउंट तक 100235 मत के साथ 28533 वोट से आगे चल रहे थे. जबकि बन्ना गुप्ता 71702 पाकर पीछे थे. इस तरह यह अंतर 28533 के साथ सरयू को जीत की ओर ले गया. हालांकि जीत का अंतर छह हजार के आसपास रहा।
यहां निर्दलीय विकास सिंह, पत्रकार अन्नी अमृता और एआइएमए के बाहर खान भी दमखम के साथ मैदान में जमे थे लेकिन ये लोग कोई कमाल नहीं दिखा सके. वर्ष 2009 विधानसभा में भाजपा के विधायक सरयू राय को हरा कर बन्ना गुप्ता ने इस सीट प कब्जा किया था. तो वर्ष 2014 का विधानसभा से भाजपा के टिकट पर जहां सरयू राय ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बन्ना गुप्ता को हरा कर इस सीट पर कब्जा किया था. हालांकि 2019 में फिर बन्ना गुप्ता इस सीट पर कब्जा करने मे सफल रहे थे।
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा भी शहरी क्षेत्र में आता है. जमशेदपुर में इस बार 56.53 वोट प्रतिशत रहा. जबकि वर्ष 2019 में 59.5 था. यह कहा जा सकता है पिछले वर्ष की तुलना मे इस साल 2.97 वोट का प्रतिशत कम था. चुनाव आयोग के अनुसार वर्ष 2024 में जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के लिए मतदाताओं की कुल संख्या 385661 लाख हैं, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 194098 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 191531 लाख थी. इसमें थर्ड जेंडर 32 और सर्विस वोटर 208 हैं.
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा में 28 कैंडिडेट में मैदान
जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा सीट के लिए नामांकन 31 लोगों ने नामांकन किया था. लेकिन नाम वापसी के बाद 28 उम्मीदवार ही मैदान में बचे थे. हालांकि इस बार मुख्य मुकाबला कांग्रेस और जेडीयू के बीच ही है.
बन्ना गुप्ताः कांग्रेस प्रत्याशी बन्ना गुप्ता वर्ष 2009 और 2019 में जमशेदपुर पश्चिमी सीट से चुनाव जीत चुके हैं. ऑटो चालक नेता के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले बन्ना गुप्ता वर्ष 2019 में चुनाव जीतने के बाद मंत्री बने और पूरे पांच साल तक उनके जिम्मे स्वास्थ्य विभाग का प्रभार रहा।
सरयू रायः बिहार में बीजेपी के दिग्गज नेता सरयू राय ने वर्ष 2005 में पहली बार जमशेदपुर पश्चिमी सीट से जीत दर्ज की. लेकिन वर्ष 2009 में वो बन्ना गुप्ता से हार गए. इसके बाद फिर 2014 में जमशेदपुर पश्चिमी से विजयी रहे. लेकिन 2019 में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर सरयू राय ने बगावत कर जमशेदपुर पूर्वी सीट से सीएम रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ा और उन्हें पराजित किया।