जमशेदपुर : टाटा स्टील के सेवानिवृत्त क्रर्मचारीयो के रजिस्टर्ड इम्पलाइ सन (निबंधित) से जमशेदपुर के निर्दलीय लोक सभा प्रत्याशी श्री सौरभ विष्णु जी मिले और निबंधितो ने अपने नियोजन से संबंधित बाते और तथ्य रखे। निबंधितो ने बताया कि हमारे माता-पिता,ससुर को टाटा स्टील 25 बर्ष कार्य करने के बाद एक उपलब्धी एंव अवार्ड के रुप मे टाटा स्टील मे नौकरी के उद्देश्य से एक आश्रित का रजिस्ट्रेशन हुआ। 1993 तक निबंधितो को टाटा मे स्थाई रूप से नियोजन भी हुआ। पर 1993 के बाद टाटा स्टील मैनेजमेंट ने निबंधितो के स्थान पर टाटा वर्कर्स यूनियन के साथ साठगांठ करके स्थाई नेचर का काम ठेका क्रर्मचारियो से करवाया जाने लगा। और एक झटके मे निबंधितो के टाटा स्टील मे नियोजन के मार्ग को रोक दिया गया।
बर्ष 2011 और 2022 मे निबंधितो के नाम पर बहाली निकाली गई, पर 2011 की बहाली मे दुसरी लिस्ट के माध्यम से और 2022 की बहाली मे फर्जी अभ्यार्थि,प्रश्न पत्र लीक, परिक्षा संबंधित फ़र्जी नियमावली अलग अलग परिक्षा केन्द्र मे नोटिस छिलका कर सेवानिवृत्त क्रर्मचारीयो के निबंधितो के स्थान पर वर्तमान काम कर रहे क्रर्मचारी और कमेटी मेम्बर के आश्रितो का नियोजन किया गया। वर्तमान टाटा वर्कर्स यूनियन और टाटा स्टील मैनेजमेंट दोनो की संवेदना टाटा स्टील के सेवानिवृत्त क्रर्मचारियो और इनके निबंधितो के प्रति मर चुकी है। बर्षो से निबंधितो को कभी परिक्षा को आधार बनाकर, कभी उम्र सीमा लगाकर, नये नये समझौते के माध्यमो से सेवानिवृत्त क्रर्मचारीयो के निबंधितो को रोजगार से वंचित रखा गया और रखा जा रहा है।
सेवानिवृत्त क्रर्मचारीयो के निबंधितो के नियोजन के उद्देश्य से दो कंपनीयो के गठन का समझौता बर्ष 2019 मे हुआ, बर्ष 2023 मे दो कंपनीया टाटा टेक्निकल और टाटा स्पोर्ट सर्विसेज नाम से गठन भी हो गया इन कंपनियो मे सेवानिवृत्त कर्मचारी के निबंधितो के स्थान पर लगभग 3000 बाहरी लोगो का नियोजन इन कंपनियो मे हो गया पर निबंधितो को नियोजन के स्थान पर झूठा आश्वासन ही मिल रहा है। इन कंपनियो मे निबंधितो के नियोजन को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन कोई पहल तक नही कर रही है नियोजन मे देरी होने के कारण सेवानिवृत्त क्रर्मचारियो के निबंधितो की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन और भी दैनिय होती जा रही है।
इसके साथ-साथ निबंधितो ने अपनी ये मांगे भी रखी….
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निबंधितो को नियोजन पहले के की तरह से ही होना चाहिए।
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लिखित परिक्षा और उम्र के नाम पर किसी भी निबंधित को नियोजन से दूर नही रखा जाए।
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सेवानिवृत्त निबंधितो के नियोजन की प्रकिया अभीलम्ब शुरु किया जाना चाहिए।
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आज जिन जिन निबंधितो का नियोजन टाटा स्टील मैनेजमेंट और टाटा वर्कर्स यूनियन की गलत नितियो के कारण नही हो सका जिसके कारण वे 60 बर्ष के हो गए या अब इस दुनिया मे नही रहे, ऐसे निबंधितो के बेटे या बेटियो को नियोजन और रेजिस्ट्रेशन होना इनके स्थान पर होना चाहिए।
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या फिर जो निबंधित अपनी उम्र सीमा को पार कर चुके है ऐसे निबंधितो को उनका इक्क्षा के अनुसार पहले की भाँति दुकान या कम्पनसेशन उनके रेजिस्ट्रेशन तिथि के अनुसार देना चाहिए।
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हर साल कितने निबंधितो को रोजगार, दुकान, कम्पनसेशन दिया गया या दिया जाएगा, इसका आंकड़ा और संख्या तय होना चाहिए।
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इन मांगो के साथ-साथ निबंधितो ने श्री सौरभ बिष्णु जी का आभार जताया कि वो 15000 निबंधितो और उनके परिवार की आवाज बने और अपने लोक सभा के चुनावी घोषणापत्र मे निबंधितो के नियोजन को भी प्रथमिकता दी और स्वयं आकर सेवानिवृत्त क्रर्मचारीयो के निबंधितो की व्यथा सुनी तथा आगे एकजुट होकर निबंधितो के नियोजन की इस लड़ाई को निर्णायक अंजाम तक ले जाने का भरोसा दिया।