जमशेदपुर : सीतारामडेरा गुरुद्वारा की चुनावी प्रक्रिया चल रही है और अकाली दल एक धार्मिक संस्था है। जिसके द्वारा धार्मिक स्क्रूटिनी की प्रक्रिया पूरी की गई। सीतारामडेरा गुरुद्वारा अध्यक्ष पद के चुनाव में सात प्रत्याशियों की स्क्रूटिनी में तीन प्रतियाशी सरदार सुरजीत सिंह सबलोक, सरदार जसवंत सिंह और अविनाष सिंह सफल रहे। एक पक्ष ने का कहना है कि नामांकन पत्रों की जांच की गई लेकिन अविनाश सिंह ने जो नामांकन पत्र दिया वह सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के नाम से संबोधित था। जब कि यह चुनावी प्रक्रिया सीतारामडेरा गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह निवर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष/ चुनाव कन्वेनर भगवान सिंह और दलजीत सिंह दल्ली के देखरेख में हो रहा है। आपको जानकारी देना चाहते हैं कि चुनावी प्रक्रिया में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कोई भी दूर दूर तक सम्बंध नहीं है। पर दलजीत सिंह दल्ली द्वारा अविनाश सिंह के नामांकन पत्र को छेड़छाड़ करते हुए सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का नाम से सेंट्रल को काट कर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बाबा दीप सिंह कर दिया। दलजीत सिंह दल्ली एक चुनाव कन्वेनर होने के नाते पक्षपात करते हुए अविनाश सिंह के नामांकन पत्र को दुरूस्त करने का कार्य किए हैं। और यह कार्य चुनाव कन्वेनर सरदार भगवान सिंह एवम मीडियाकर्मी की मौजूदगी में हुआ। सीतारामडेरा गुरुद्वारा की संगत को समाचार पत्र के माध्यम से पूरा विवरण प्रकाश में आने के बाद दोनों चुनाव कन्वेनर के समक्ष विरोध किया। संगत के समक्ष चुनाव कन्वेनर सरदार भगवान सिंह ने भी चूक को स्वीकारा। सीतारामडेरा गुरुद्वारा की संगत में रोष है की अविनाश सिंह जो दस साल से कमिटी में है उनके द्वारा ऐसी चूक होनी संभव नहीं है और यह एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा लगता है। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि साध संगत का निवेदन है की सीतारामडेरा चुनाव अध्यक्ष के प्रत्याशी अविनाश का नामांकन पत्र अविलम्ब रद्द किया जाना चाहिए ताकि चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्वक सम्पन्न हो सके।
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