जमशेदपुर : बारीडीह से एग्रिको मैदान तक आयोजित झारखंड स्वाभिमान यात्रा झारखड़ के स्वाभिमान के लिए नहीं बिहार-यूपी के लोगो के विरोध में निकला हुआ यात्रा था और यात्रा के अंत में एग्रीको मैदान में हुए सभा ने जमशेदपुर के सामने साफ़ कर दिया की ये यात्रा बिहार-यूपी स्वाभिमान यात्रा को देख कर किया गया यात्रा था जिसका उद्देश्य झारखंड को तोड़ना है जोड़ना नहीं है।
जिन्हें ये बाहरी कहकर संबोधित कर रहे हैं असली मायने में झारखंड उन्ही का है कुछ लोग भूल चुके है की झारखंड बिहार से बना है पर उनके भूलने से सच बदल नहीं जाएगा पूरा देश जानता हैं की झारखंड बिहार का ही हिस्सा हैं और उसका पूरा अधिकार झारखंड में हैं । जेकेएलएम प्रमुख कार्यक्रम के अतिथि थे आखिर कार्यक्रम से दूरी काहे बना लिए उनको आना था और कहना था अपनी बातो को ताकि जमशेदपुर के लोग समझ पाते की उनका संकल्प झारखंड की एकता का है या झारखंड तोड़ कर राजनीतिक लाभ लेने का है । जमशेदपुर में सभी समाज के लोग एकजुट होकर चलते थे पर कुछ लोगो को विधानसभा का सपना दिखा कर ख़ुद नहीं आए प्रमुख । में कल भी कह रहा था और आज भी कह रहा हूँ कोल्हान में एक भी सीट जेकेएलएम की झोली में नहीं जाएगी।
उनके अपने कार्यकर्ता नाखुश है उनसे और अब वो भी मान चुके है की हम सब राजनीतिक शिकार हो गए हैं । रही बात बिहार-यूपी के लोगो की तो समाज राजनीतिक और सामाजिक दोनों तरीकों से मजबूत है उन्हें लगता हैं की कुछ विरोध समाज को कमजोर कर देंगे तो ये मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखना छोड़ दे ये कभी संभव नहीं है बिहार-यूपी के लोग के भीतर इतनी राजनीतिक चेतना है की वो जब चाहे विधानसभा पहुंच सकते है लेकिन प्रयास कर रहे है की समाज एकजुट होकर झारखड़ का विकास करे अगर लोग बिहार-यूपी समाज को कमजोर समझ रहा हैं तो ये उनकी सबसे बड़ी भूल है चुनाव अभी बाकी हैं।