जमशेदपुर। जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर के आध्यात्मिक स्थल शंख मैदान में संरचना निर्माण एवं अन्य कार्य को लेकर सूर्य मंदिर समिति आक्रोशित है। सोमवार को मंदिर परिसर में निर्माण कार्य की जानकारी मिलने पर सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, महामंत्री अखिलेश चौधरी, रामबाबू तिवारी, दिनेश कुमार, गुंजन यादव समेत काफी संख्या में मंदिर समिति के सदस्यों व आमजनों ने इसका कड़ा विरोध किया। इस दौरान एसडीओ धालभूम को इसकी जानकारी दी गयी और शंख मैदान एवं मंदिर परिसर में किसी भी तरह के निर्माण कार्य ना करने का आग्रह किया गया। इस दौरान समिति ने एसडीओ के नाम ज्ञापन सौंपकर आध्यत्मिक स्थल शंख मैदान की महत्ता दर्शाते हुए निर्माण कार्य को अनुचित बताया और निर्माण कार्य पर रोक लगाने की मांग की। इस घटना को लेकर एक ओर जहां स्थानीय निवासियों, मंदिरों के पुजारियों एवं सूर्य मंदिर समिति के सदस्यों में भारी रोष है तो वहीं, दूसरी ओर सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने इसे विधायक सरयू राय की धर्मविरोधी मानसिकता और नकारात्मक राजनीति का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि विधायक सरयू राय शहर के प्रसिद्ध आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल सूर्यधाम परिसर को राजनीतिक साजिश के तहत बर्बाद करने की गहरी साजिश कर रहे हैं। शंख मैदान में संरचना बनाने की अनुशंसा कर सरयू राय एक धार्मिक स्थल के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ करने की कोशिश लगातार कर रहे हैं। वे बार-बार विकास कार्य के नाम पर सूर्य मंदिर में आस्था रखने वालों लाखों भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने में लगे हैं। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आध्यत्मिक स्थल शंख मैदान में प्रत्येक वर्ष श्री राम मंदिर स्थापना के वर्षगाँठ पर प्रख्यात मर्मज्ञ कथावाचक के द्वारा सात संगीतमय श्रीरामकथा, लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा में छठ महोत्सव पर सांस्कृतिक संध्या, जन्माष्टमी महोत्सव पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, छठ पूजा के दौरान सेवा शिविर, पंच कुंडीय महायज्ञ, श्रीमद्भागवत कथा, गंगा आरती की तर्ज पर महाआरती समेत विशाल महाभण्डारा का आयोजन भव्य रूप में सम्पन होता है। जिसमें शहर के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों-हजार लोग सपरिवार यहां पधारते हैं। वहीं, विश्व कल्याण एवं संस्कृति संरक्षण हेतु शंख मैदान में सोमवार से रुद्र महायज्ञ का शुभारंभ हुआ है। जिसमें मानव कल्याण में रुचि रखने वाले लोग सपरिवार सम्मिलित होंगे। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति मंदिर परिसर के समुचित देखभाल और धार्मिक गतिविधियों का संचालन बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के शुद्ध धार्मिक भावना के साथ करती है और इस तरह के निर्माण कार्य से उक्त स्थल पर होने वाले सभी धार्मिक आयोजन प्रभावित होंगे।
वहीं, संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति मंदिर परिसर की बिजली बिल, पानी बिल, साफ-सफाई एवं सुरक्षा गार्ड के खर्च का वहन विगत 25 वर्षों से कर रही है। समिति मंदिर परिसर की सुरक्षा और रखरखाव को लेकर हमेशा गंभीर रही है। चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि विधायक सरयू राय का पिछले साढ़े चार वर्षों में विकास कार्यों के नाम पर कोई उल्लेखनीय योगदान नहीं रहा है। परन्तु वे लगातार सूर्य मंदिर के पवित्र स्थल की स्वच्छता और पवित्रता को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह के अनुचित कार्यों से स्थानीय श्रद्धालुओं के बीच गहरा आक्रोश उत्पन्न हुआ है। इस तरह के हस्तक्षेप का सूर्य मंदिर समिति कड़ा विरोध करेगी।
सूर्य मंदिर समिति के वरीय सदस्य रामबाबू तिवारी ने निर्माण कार्य का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि सूर्य मंदिर समिति शंख मैदान में निर्माण जैसे किसी संरचना को किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेंगे।सूर्य मंदिर एक पवित्र स्थल है और इसकी स्वच्छता और पवित्रता हमारे लिए सर्वोपरि है। हम किसी भी तरह की अपवित्र इरादों वाली राजनीतिक हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो हमारी धार्मिक आस्थाओं और सनातन परंपराओं को ठेस पहुंचाता हो। शंख मैदान में निर्माण कार्य होने से वर्ष भर होने वाले कार्यक्रमों को सम्पन्न करने में बाधा उत्पन्न होगी और श्रद्धालुओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
इस दौरान खेमलाल चौधरी, कुलवंत सिंह बंटी, राकेश सिंह, पवन अग्रवाल, कमलेश सिंह, सुशांत पांडा, अमरजीत सिंह राजा, शैलेश गुप्ता, शशिकांत सिंह, रूबी झा, कृष्ण मोहन सिंह, बंटी अग्रवाल, कंचन दत्ता, प्रेम झा, प्रमोद मिश्रा, मंजीत सिंह, संतोष ठाकुर, प्रोबिर चटर्जी राणा, अमिश अग्रवाल, कुमार अभिषेक, रॉकी सिंह, संतोष कुमार, रोहित आनंद, बिनोद गुप्ता, रंजीत सिंह, नरेंद्र सिंह समेत अन्य सदस्यगण मौजूद रहे।
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