जमशेदपुर : नारायण आईटीआई में सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में शिक्षक दिवस मनाया गया. इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि खरसावां विधानसभा के प्रभारी डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पर प्रभारी डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इस दिन को स्टूडेंट्स त्योहार की तरह सेलिब्रेट कर अपने शिक्षकों सम्मान देते हैं। एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। हमारे देश में टीचर्स को सम्मान देने के लिए प्रतिवर्ष 5 सितंबर को Teachers’ Day के लिए रूप में सेलिब्रेट किया जाता हैविश्व के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरुओं) को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है जबकि कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (५ सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने अपने छात्रों से जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा जताई थी। दुनिया के 100 से ज्यादा देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है।देश के पहले उप-राष्ट्रपति डॉ राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वे बचपन से ही किताबें पढ़ने के शौकीन थे और स्वामी विवेकानंद से काफी प्रभावित थे। राधाकृष्णन का निधन चेन्नई में 17 अप्रैल 1975 को हुआ
विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में मनाया जाता है। इस दिन आध्यापकों को सामान्य रूप से और कतिपय कार्यरत एवं सेवानिवृत्त शिक्षकों को उनके विशेष योगदान के लिये सम्मानित किया जाता है। इसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 1966 में यूनेस्को और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की ,उस संयुक्त बैठक को याद करने के लिये मनाया जाता है , जिसमें अध्यापकों की स्थिति पर चर्चा हुई थी और इसके लिये सुझाव प्रस्तुत किये गये थे।
अतः इसे 1994 के बाद से प्रतिवर्ष लगभग 100 से अधिक देशों में मनाया जा रहा है और इस प्रकार वर्ष 2024 में यह 30वाँ विश्व शिक्षक दिवस (World Teacher’s Day) होगा। इस अवसर मुख्य रूप से मौजूद रहे ऐडवोकेट निखिल कुमार, शांति राम महतो, गोरब महतो, अजय कुमार मंडल, निमाईं मंडल, सिसुमती दास, कृष्ण पद महतो, आदि उपस्थित थे।