जमशेदपुर : अखिल झारखंड छात्र संघ के द्वारा कोल्हान कमिटी के द्वारा के निर्णय लिया गया जिसमे कोल्हान यूनिवर्सिटी के कुलपति गंगाधर पांडा एवम कुलसचिव प्रो. जयंत शेखर को सभी महाविद्यालय में छात्रों को हो रही समस्या से अवगत करवाएंगे। आजसू छात्र संघ के कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक ने कहा कुछ वर्षो से आजसू छात्र संघ ने ही कोल्हान विश्वविद्यालय के गलत कार्यों के खिलाफ खुलकर आंदोलन किया है बाकी सभी छात्र संगठन को छात्र हित से कोई सरोकार नहीं है।
वर्तमान समय में भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 (एन ई पी) लाई उसको कोल्हान विश्वविद्यालय के साथ झारखंड में स्थित, रांची विश्वविद्यालय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, विनोभा भावे विश्वविद्यालय, सिद्धू कान्हु विश्वविद्यालय और भी कई निजी विश्वविद्यालय ने अपने विश्वविद्यालय में लागू किया है इस शिक्षा नीति में बहुत सारी खूबियां बताई गई जिसमे छात्रों को मेजर पेपर के साथ, आई आर सी और लैंग्वेज पेपर पढ़ाया जा रहा है परंतु इन विषयों के साथ छात्रों को और भी तीन विषय पढ़ना अनिवार्य है जो है वोकेशन, योगा और अंडस्टैंडिंग इंडिया का एक विषय पढ़ना लेकिन सबसे बड़ा सवाल है अभी तक वोकेशन का सिलेबस तक नही बना है और इन तीनो विषय के एक भी शिक्षक किसी भी महाविद्यालय में नही है आखिर छात्रों को ये तीनो विषय कोन पढ़ाएगा और अगर पढ़ाई नही होगी तो छात्र परीक्षा कैसे देंगे और उसमे लिखेंगे क्या ?
इसका जवाब विश्वविद्यालय को देना होगा। जल्दबाजी में कोल्हान यूनिवर्सिटी ने लिया नई शिक्षा नीति अपनाने का फैसला ,इस तरह छात्र अपने परीक्षा में प्रमोट होने और फिर छात्र 6 महीना के बाद उसी विषय का दुबारा पैसा देकर परीक्षा फॉर्म भरेगा इससे तो छात्रों का वित्तीय दोहन होगा, इस वर्ष कोल्हान यूनिवर्सिटी में लगभग 20000 छात्रों के लिए वोकेशन , योगा, अंडस्टैंडिंग इंडिया विषय के एक भी शिक्षक नही है यह तो छात्रों के साथ मजाक हुआ, इस संबंध में आजसू छात्र संघ झारखंड के माननीय राज्यपाल महोदय ,राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी पत्र भेजने का कार्य करेगा ,अगर इससे भी कुछ नही होता है तो सभी महाविद्यालय में सभा किया जाएगा और इस समस्या के लिए आवाज को बुलंद किया जाएगा, और ‘ पढ़ाई नही तो परीक्षा नहीं ‘ का अभियान चलाएगा।