जमशेदपुर : बुधवार का दिन ओडिशा के कार्यवाहक राज्यपाल और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के लिए जीवन के सबसे भावुक पल में से एक रहा, जब उन्होंने अपनी बड़ी बहन प्रेमबती देवी को अंतिम विदाई दी। प्रेमबती देवी को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे परमानंद साहू ने दी। स्वर्णरेखा स्थित बर्निंग घाट पर हुआ यह अंतिम संस्कार न केवल एक पारिवारिक शोक था, बल्कि एक ऐसे रिश्ते की भी अंतिम विदाई थी जो मां और बेटे जैसा था। रघुवर दास ने हमेशा अपनी बहन को मां के रूप में देखा और अपनी बहन के आंचल से मां के जैसा स्नेह और वात्सल्य पाकर आगे बढ़ते रहे।
अंतिम यात्रा के दौरान हर चेहरा गम में डूबा हुआ था। एग्रिको स्थित आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर अन्य राजनीतिक दलों और कॉर्पोरेट जगत के लोग, सभी ने प्रेमबती देवी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके सहज और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व ने हर किसी को छू लिया था। रघुवर दास, जो सार्वजनिक जीवन में अपने धैर्य, कड़े फैसले और दृढ़ता के लिए जाने जाते हैं, इस पल में अपने आंसू रोक नहीं सके।
परिवार के करीबी लोगों ने बताया कि प्रेमबती देवी ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को हमेशा प्रोत्साहित किया और उनकी उनकी सफलता में मां जैसी भूमिका निभाई. इस दौरान पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां, पूर्व विधायक अरविंद सिंह, प्रदेश मंत्री नंदजी प्रसाद, प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, आस्तिक महतो, भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा, पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह, अभय सिंह, रामबाबू तिवारी, चंद्रशेखर मिश्रा, बिनोद सिंह, राजकुमार श्रीवास्तव, दिनेश कुमार, गुंजन यादव, अमित सिंह, शिवशंकर सिंह, विजय आनंद मुनका, कुलवंत सिंह बंटी, जटाशंकर पांडेय, संजीव सिंह, सुरेश शर्मा, भूपेंद्र सिंह, टुनटुन सिंह, कमलेश सिंह, अमरजीत सिंह राजा व परिवारजन समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।