JAMSHEDPUR : लगभग एक सप्ताह पूर्व कदमा के जयप्रभा कंपलेक्स के समीप स्थित बस्ती में तेज तूफान आने से लिप्टस का पेड़ गिर जाने के कारण बारिश के वजह से घर में छिपी दो बहनों में बड़ी बहन जमुना कालिंदी का मौके में ही निधन हो गया था छोटी बहन आंशिक रूप से घायल हुई थी।घटना बहुत बड़ी और भयावक होने के कारण बस्ती वासियों को पूरा भरोसा था कि इतनी बड़ी घटना बस्ती में घटित हुई है जिला प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय विधायक सह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जो बस्ती के बिल्कुल बगल में रहने वाले हैं वह मामले को गंभीरता से लेंगे दोबारा घटना ना घटे इसके लिए बस्ती में मौजूद और दो पेड़ों की कटाई अभिलंब करने के साथ-साथ पीड़ित परिवार को आपदा प्रबंधक के द्वारा तत्कालिक आर्थिक मुआवजा का प्रबंध करेंगे।
पेड़ गिरने के कारण प्रभावित परिवार जो छत टूट जाने के कारण दूसरे के घर में शरण ले रहा है उसे तत्काल जिला प्रशासन के द्वारा छत की व्यवस्था की जाएगी । लेकिन सप्ताह भर से अधिक समय बीत जाने के कारण भय के साए में जी रहे बस्ती वासियों ने भाजपा नेता कुणाल सारंगी और विकास सिंह को दूरभाष पर फोन कर अपने बस्ती में बुलाकर सारी परेशानियों से अवगत कराया । बस्ती वासियों का कहना है कि बस्ती में और भी दो लिप्टस के बड़े-बड़े पेड़ मौजूद है जो तेज हवा चलने पर नीचे से हिलते हैं कभी भी मौजूद पेड़ उखड़ कर बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है । मृतक जमुना के पिताजी का पूरा घरेलू सामान क्षतिग्रस्त हो गया है एस्बेस्टस टूट जाने के कारण पीड़ित परिवार दूसरे के घर में शरण ले रहा है । परिवार के ऊपर ऐसी विपदा पड़ी है कि उन्हें खाने के लाले पड़ गए हैं।
बस्ती वासियों ने कहा कि जब तेज रफ्तार में हवा चलती है तो पेड़ के अगल-बगल रहने वाले लोग बस्ती छोड़कर दूसरे जगह में चल जाते हैं पेड़ कटाई करने का भरोसा दिया गया था लेकिन अभी तक पेड़ की कटाई नहीं की गई। मौके में पहुंचे भाजपा नेता कुणाल सारंगी एवं विकास सिंह के स्थानीय लोगों को भरोसा दिलाया की पीड़ित परिवार को राशन और एस्बेस्टस की व्यवस्था की जाएगी. मौके में पहुंचे कुणाल सारंगी ने अनुमंडल पदाधिकारी से मौके पर ही दूरभाष पर बातें कर आपदा प्रबंधन की ओर से मिलने वाली मुआवजे की राशि पीड़ित परिवार को जल्द दिलवाने की बातें कहीं। मौके पर मुख्य रूप सेगूरूपोदो कालिंदी , गणेश मछुआ , लखिन्दर कालिंदी, विनोद मुखी, मिथुन दीप, मनसा कालिंदी , सनातन कालिंदी, सुरज कालिंदी , मुकेश कालिंदी, सुबोध कालिंदी , कृष्णा कालिंदी, मनभोला कालिंदी , रोहित कालिंदी, मनोज ओझा, राम सिंह सहित सैकड़ों महिलाएं और पुरुष उपस्थित थे.