Jamshedpur: मानगो उलीडीह स्तिथ आदिवासी जनकल्याण उच्च विद्यालय में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मैट्रिक की परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए छात्र एवं छात्राओं के साथ-साथ उनके माता-पिता को सम्मानित किया गया । साथ ही विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने वाली शिक्षिका और प्रधानाध्यापिका को भी सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह उर्फ मलखान सिंह उपस्थित हुए।
आदिवासी उच्च विद्यालय में अधिकांश विद्यार्थी वैसे हैं जो पढ़ाई की फीस नहीं दे पाते हैं वैसे लोगों को विद्यालय प्रबंधक के द्वारा निशुल्क शिक्षा दी जाती । शिक्षकों को भी वेतन समिति के सदस्य अपने तनख्वाह से देते हैं । विद्यालय में कुल सात बच्चे प्रथम श्रेणी से मैट्रिक की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए । बहुत कम सुविधा मिलने के बाद बच्चों ने इतना अच्छा परिणाम लाया है कार्यक्रम में पहुंचे ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने कहा कि जल्द विद्यालय में बच्चों के लिए खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा । झारखंड बने हुए 22 वर्ष हो गए लेकिन मानगों का आदिवासी उच्च विद्यालय की स्थिति किसी ग्रामीण क्षेत्र की विद्यालय से भी बदतर देखने को मिल रही है विधालय में पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे आदिवासी है उसके बावजूद भी विद्यालय का चौमुखी विकास नहीं हो पाया।
अपने पैसे और परिश्रम से विद्यालय चलाने वाले समिति के सदस्यों को अरविंद सिंह ने बधाई देते हुए कहा कि आपके मेहनत और परिश्रम के कारण विद्यालय एक दिन शहर का नामचिन विद्यालय जरूर बनेगा । सच्ची लगन से काम करने में सफलता जरूर मिलती है समिति के सदस्य विकास सिंह ने कहा कि दिनोंदिन विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ना इस बात को दर्शाता है कि विद्यालय के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है या भरोसा टूटे नहीं इस पर विशेष ध्यान हम सभी देते हैं विद्यालय में अतिथि के रूप में आए ईचागढ़ के विधायक अरविंद कुमार सिंह को आदिवासी संस्कृति और पारंपरिक तरीके से शॉल देकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विकास सिंह,सोमेश्वर मुर्मू, कैलाश बिरूवा, शांति मांझी, सुरेंद्र प्रसाद शंकर गोराई, सरजू बास्के, अमरेंद्र पासवान,प्रोफेसर यू पी सिंह, डॉक्टर अनिल सिंह, राकेश लोधी, दुर्गा दत्ता, अजय लोहार जीतू गुप्ता, मनोज शर्मा ,राम सिंह कुशवाहा, राहुल कुमार, कुंदन चौबे, राकेश मंडल, मुख्य रूप से उपस्थित थे