“पूरे दुनिया में पहली बार जमशेदपुर के कपाली क्षेत्र में मुस्लिम महिलाओं को नमाज अदा के लिए अलग मस्जिद का निर्माण हो रहा है जिससे स्थानीय महिलाए खुश है. स्थानीय महिलाओ ने कहा इससे समाज जागरूक होगा. वही संस्था के अध्यक्ष के अनुसार जब महिलाओ के लिए स्कूल, कॉलेज, विश्वविधालय खुल रहे तो अलग मस्जिद कियू नही, अब बदल रहा युग हमे भी बदलना होगा”
जमशेदपुर : जमशेदपुर के कपाली इलाके में एक अनोखी पहल देखी गई भारत ही नहीं पूरे विश्व में महिलाओं के लिए एक अलग मस्जिद का निर्माण कपाली इलाके में कराई जा रही है कहा जाता है कि महिलाओं के लिए कहीं भी अलग से मस्जिद नहीं है यह पहली मस्जिद है जो महिलाओ के लिए होगा. वही मस्जिद निर्माण कराने वाली संस्था ने बताया कि 1992 से लगातार समाज में शिक्षा को बढ़ाने के लिए काम करते आ रहे हैं इसी क्रम में उन्होंने एक मदरसा का निर्माण किया था जो 500 से अधिक बच्चियां इस्लामिक बच्चो को तालीम दे रही हैं और उसी मदरसा में रहती भी हैं उसको देखते हुए आखिर में महिला को नमाज पढ़ने में काफी परेशानी होती थी जिसके लिए एक अलग से महिलाओं का मस्जिद का निर्माण कराया जा रहा है ताकि महिलाओं को कहीं भी जाना ना पड़े और वह कतार बद होकर नमाज पढ़ सके मस्जिद बनाने के दरमियान उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है मगर उनका कहना है कि आज के युग में जब महिलाओं का अलग यूनिवर्सिटी अलग कॉलेज और अलग कई तरह के द्वारा बने हैं तो उनके लिए अलग मस्जिद क्यों नहीं होगी यह सब सोचते हुए उन्होंने इस तरह का निर्णय लिया जिसका नाम सैयद बीबी फातिमा रखा गया है हालांकि इस मस्जिद के कई विरोध भी सामने आए मगर आसपास के लोगों को मस्जिद बनने को लेकर काफी खुशी हो रही है लोग काफी खुश है संस्था के अध्यक्ष का कहना है कि जिसको जो बोलना हो वह बोले मुझे जो करना है मैंने किया मस्जिद बनेगी और महिलाएं नमाज पढ़ पढ़ेगी यह अटल है।
वही आसपास के लोगों का मानना है कि इस तरह के मस्जिद बनने से महिलाओं में शिक्षा और इस्लामिक तरीका तब्दील होगा जो पिछले कई वर्षों से नहीं हुआ वह अब इस मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा उन्होंने यह भी कहा कि सुदूर इलाका कहां जाने वाला कपाली जहां शिक्षा दूर-दूर तक ठीक नहीं थी अब धीरे-धीरे लोगों में जागरूकता आएगी और शिक्षा में तब्दीलियां होगी इस तरह के कार्य से पूरे इलाके ही नहीं दूर-दूर तक लोग इस कार्य से खुश है आस पास की महिला इस मस्जिद निर्माण से काफी खुश है जिनका कहना हैं की वह मस्जिद में नमाज अदा करने के साथ-साथ आसपास की महिलाओं को भी मस्जिद में आने के लिए जागरूक करेगी सवाल यह है कि जहां आज तक महिलाओं के लिए मस्जिद नहीं हुआ करता था झारखंड के जमशेदपुर में पहली बार महिलाओं के लिए मस्जिद एक अनोखा पहल किया जा रहा वह मुस्लिम समाज के लिए कितना ठीक होगा