Ranchi : दुमका में हुए अंकिता हत्याकांड के मामले में राज्यपाल रमेश बैस ने संज्ञान लिया है. राज्यपाल ने मुख्य सचिव और डीजीपी को इस मामले को लेकर राजभवन तलब किया है. गौरतलब है कि दुमका में बीते 23 अगस्त को अंकिता सिंह के ऊपर शाहरुख नाम के युवक ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दिया था. जिसके बाद 28 अगस्त को रिम्स में इलाज के दौरान अंकिता की मौत हो गई थी।
एफफआइआर में नाबालिग की जगह बालिग लिखवा दिये जाने की बात सामने आ रही….
बाबूलाल ने कहा की खबरों के मुताबिक, दुमका में अंकिता को जलाये जाने के मामले में वहां के डीएसपी नूर मुस्तफा ने शुरू से ही अभियुक्त शाहरुख हुसैन को बचाने का प्रयास किया. एफ़आइआर में नाबालिग की जगह बालिग लिखवा दिये जाने की बात खबरों में आ रही है. डीएसपी के खिलाफ दुमका समेत पूरे राज्य के लोगों में भारी आक्रोश है और उनके वहां रहते लोगों को न्याय की उम्मीद नहीं. बाबूलाल ने कहा है, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, इससे पहले कि मामला और बिगड़े, इस षड्यंत्रकारी डीएसपी नूर मुस्तफ़ा पर एफ़आइआर दर्ज करा कर उसे जेल भिजवाइये.
क्या है मामला….
एकतरफा प्यार में विफल रहने के बाद शाहरूख हुसैन नाम के युवक ने 12वीं की छात्रा पर बीते 23 अगस्त, 2022 को पेट्रोल छिड़कर उसके ही घर में ही जला दिया था. बेहद गंभीर स्थिति में उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था. घटना के तुरंत बाद आरोपी शाहरुख को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था. बताया गया कि आरोपी शाहरुख युवती से एकतरफा प्यार करता था, लेकिन युवती उससे बात करना पसंद नहीं करती थी. आरोपी हमेशा युवती को परेशान करते रहता था. दोस्ती करने के लिए कई बार दबाव दिया, पर स्वीकार नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी. इसी के आधार पर उसने घर में सोयी युवती के उपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दिया था. जिससे युवती गंभीर रूप से झुलस गयी थी. जिसके बाद युवती को रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार को उनकी मौत हो गई।